दो नोटिसों के बाद दिया जवाब, वह भी केवल औपचारिक छिंदवाड़ा (ईएमएस)। जियो मिलर का मामला एक बार फिर नगर निगम कमिश्नर के पाले में पहुंच गया है। अब कंपनी के खिलाफ क्या कार्यवाहीं करना है यह निर्णय आयुक्त को लेना है। जियो मिलर कंपनी द्वारा पहले तो नोटिस का जवाब देना भी जरूरी नहीं समझा था। जिसके बाद निगम ने कंपनी को दूसरा नोटिस जारी किया गया था। दूसरे नोटिस का जवाब भी कंपनी द्वारा खानापूर्ति करते हुए दे दिया गया। जिसके बाद अब निगम कर्मचारी निगम आयुक्त के आदेशों का इंतजार कर है कि आयुक्त के निर्देश के बाद ही कंपनी के खिलाफ कोई एक्शन लिया जाएगा। अब देखना यह है कि जियो मिलर की लापरवाही के खिलाफ आयुक्त क्या एक्शन लेते है। गौरतलब है कि दो सप्ताह पूर्व पुलिस लाइन स्थित पानी टंकी की छत पर काम करते हुए तीन मजदूर टंकी पर गिर गए थे। तीनों मरीजों को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया था। जहां राजु नामक युवक की उपचार दौरान मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि मजदूर की मौत की मुख्य कंपनी की लापरवाही सामने आई थी। दरअसल जियो मिलर कंपनी को जिले भर की टंकी के मरम्मत कार्य के लिए ६५ करोड़ का टेंडर दिया गया है। कपंनी द्वारा मजदूरों को कोई सुरक्षा उपकरण प्रदान नहीं किए गए है। बिना सुरक्षा उपकरण के ही मजदूरों से ५० से ६० फिट ऊंची टंकी पर कार्य कराया जा रहा है। हादसे के दिन भी मजदूर बिना सुरक्षा उपकरण ही कार्य कर रहे थे। लेकिन इस गंभीर लापरवाही के लिए भी नगर नगम द्वारा अब तक कंपनी के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाहीं नहीं की जा सकी है। ईएमएस/मोहने/ 13 अक्टूबर 2025