अंतर्राष्ट्रीय
16-Oct-2025
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लंदन (ईएमएस)। ब्रिटने सरकार ने अपने वीजा नियमों में कुछ बदलाव किए हैं। जिन्हे लंदन में अपना सपना पूरा करना हैं उन्हे पहले एक कठिन परीक्षा से गुजरना होगा। इसके बाद ही उन्हें यहां वीजा मिल सकेगा। ब्रिटिन सरकार ने बढ़ती इमिग्रेशन को रोकने के लिए वीजा नियम सख्त कर दिए हैं। नए नियमों को तहत अब स्किल्ड वीजा आवेदकों को अंग्रेजी भाषा का एक नया टेस्ट पास करना होगा। इस टेस्ट से जुड़े नियमों को ब्रिटेन की संसद में पेश किया गया है, जहां से नए नियमों को मंजूरी मिल गई है। ये नियम भारत समेत सभी देशों के लोगों पर लागू होंगे। नए नियमों को लेकर ब्रिटेन के होम ऑफिस का कहना है कि इससे यूके आने वाले लोग यहां की जिंदगी में आसानी से घुल-मिल सकेंगे। होम सेक्रेटरी शबाना महमूद ने कहा कि हमारा देश हमेशा योगदान देने वालों का स्वागत करता है, लेकिन बिना भाषा सीखे आना ठीक नहीं। बिना इंग्लिश जाने लोग देश की जिंदगी में हिस्सा नहीं ले पाते। उन्होंने कहा कि यदि ब्रिटेन आना है तो अच्छी तरह से भाषा सीखनी होगी और निर्धारित बी2 लेवल का टेस्ट पास करना होगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, 8 जनवरी 2026 से स्किल्ड और स्टूडेंट वीजा एप्लीकेंट के लिए ‘सिक्योर इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट’ पास करना अनिवार्य होगा। ये टेस्ट होम ऑफिस-अप्रूव्ड प्रोवाइडर से होगा और वीजा प्रोसेस में वेरिफाई किया जाएगा। अब अप्लाई करने वाले आवेदकों को अंग्रेजी पर बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना आना चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए अब 12वीं क्लास के बराबर यानी बी2 लेवल का टेस्ट वीजा आवेदकों को पास करना अनिवार्य होगा। ये बदलाव मई के ‘इमिग्रेशन व्हाइट पेपर’ का हिस्सा हैं, जो वीजा सिस्टम को टाइट करने के लिए हैं। संसद में व्रिटन मिनिस्टीरियल स्टेटमेंट में बताया गया कि स्किल्ड वर्कर्स के लिए ये टेस्ट इंटीग्रेशन बढ़ाएंगे। बता दें कि इन बदलावों में ग्रेजुएट रूट वीजा पर सैकड़ों भारतीय स्टूडेंट्स प्रभावित होंगे। स्टडीज के बाद जॉब ढूंढने का समय 2 साल से घटाकर 18 महीने कर दिया जाएगा, जो 1 जनवरी 2027 से लागू होगा। लेकिन पीएचडी ग्रेजुएट्स को 3 साल की छूट मिलेगी। होम ऑफिस मिनिस्टर माइक टैप के अनुसार, डेटा दिखाता है कि कई ग्रेजुएट्स हाई-लेवल जॉब्स में नहीं जा पाते। ये बदलाव सुनिश्चित करेगा कि वे यूके इकोनॉमी में सही योगदान दें। वीरेंद्र/ईएमएस 16 अक्टूबर 2025