खेल
16-Oct-2025
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सिडनी (ईएमएस)। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कप्तान पैट कमिंस ने प्रशंसकों से कहा है कि वे भारत के साथ होने वाली एकदिवसीय सीरीज को देखें क्योंकि ये विराट कोहली ओर रोहित शर्मा का अंतिम दौरा हो सकता है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज पर्थ में 19 अक्टूबर से होगी। पीठ में खिंचाव के कारण इस दौरे से बाहर रहने वाले कमिंस ने कहा कि ये सीरीज ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों के लिए विशेष इसीलिए होगी क्योंकि इसके बाद उन्हें इन दोनो को देखने का अवसर नहीं मिलेगा। कमिंस के अनुसार इन दोनो को ऑस्ट्रेलिया में खेलते हुए देखना हमेशा से ही आकर्षण का केन्द्र रहा है। कमिंस ने कहा, “विराट और रोहित पिछले 15 सालों से तकरीबन हर दौरे में शामिल हे हैं। उनके बिना भारतीय क्रिकेट की कल्पना करना भी कठिन है। ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों के लिए उन्हें यहाँ खेलते हुए देखने का यह अंतिम अवसर हो सकता है।” उन्होंने आगे कहा कि दोनों खिलाड़ी न सिर्फ भारत बल्कि विश्व क्रिकेट के चैंपियन रहे हैं। “जब भी वे ऑस्ट्रेलिया में खेलते हैं, दर्शकों को काफी आनंद आता है।” कमिंस का कहाना है कि व फिट नहीं होने के कारण इस सीरीज से बाहर रहेंगे जो उनके लिए निराशाजनक है हालांकि इसके बाद भी वह अपनी टीम के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, “भारत के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज से बाहर रहना निश्चित रूप से निराशाजनक है। ऐसी सीरीज़ हमेशा ही रोमांचक होती है, वह भी जब देशभर में पहले से ही दर्शकों में उत्साह हो। मुझे भरोसा है कि स्टेडियम पूरी तरह से भरे होंगे।” कमिंस ने यह भी कहा कि जब भी कोई खिलाड़ी इतनी बड़ी सीरीज नहीं खेल पाता है, तो उसे खालीपन लगता है। कमिंस इस बार मैदान पर नहीं होंगे पर उन्होंने इस सीरीज के लिए कप्तान बनाये गये मिशेल मार्श को युवाओं का अवसर देने की सलाह दी है। कमिंस ने कहा, “तीन मैचों की यह सीरीज जीतना ज़रूरी है पर इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है नए खिलाड़ियों को अवसर देना। कई युवा ऐसे हैं जो पिछले विश्व कप में नहीं थे। हमें देखना होगा कि वे दबाव में कैसा प्रदर्शन करते हैं।” उन्होंने साथ ही कहा कि यह सीरीज़ टीम संयोजन तय करने में भी काफी अहम साबित होगी, जिससे आने वाले टूर्नोंमेंटों के लिए बेहतर टीम तैयार की जा सके। वहीं मिशेल स्टार्क द्वारा टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले पर भी कमिंस ने कहा कह वह पहले से ही इस पर विचार कर रहे थे। इसको कारण है कि तीनों प्रारूपों में खेलना बेहद कठिन है। वह मुझसे कुछ साल बड़े हैं और पहले ही 100 टेस्ट खेल चुके हैं। उनका ध्यान अब टेस्ट क्रिकेट पर है, जो ठीक भी है।” गिरजा/ईएमएस 16 अक्टूबर 2025