नई दिल्ली (ईएमएस)। निजी अंतरराज्यीय बसें यात्रियों की जान जोखिम में डालकर सड़कों पर तेज गति से दौड़ रही हैं। ये बसें नियमों का उल्लंघन कर रही हैं और लापरवाही से चलाई जा रही हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, अधिकारियों को निजी बसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर भारी जुर्माना लगाना चाहिए। दिल्ली से संचालित होती पांच हजार से अधिक अंतरराज्यीय निजी बसों में से अधिकतर द्वारा भी कुछ ऐसा ही काम किया जा रहा है, जिससे यात्रियों की जान बराबर खतरे में बनी रहती है। उनके द्वारा जहां एक ओर बिना ईवे बिल के सामानों की ढुलाई से जहां वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की चोरी बड़े स्तर पर की जा रही है। वही, प्रतिबंधित नशीले पदार्थ और ज्वलनशील समानों की ढुलाई कर यात्रियों की जान और देश की सुरक्षा को खतरे में डाला जा रहा है।. अजीत झा/देवेन्द्र/नई दिल्ली/ ईएमएस/16/अक्टूबर/2025