कांकेर(ईएमएस)। जनपद पंचायत कांकेर के महिला समूहों की वार्षिक आमसभा ग्राम बारदेवरी में आयोजित की गई। सभा को संबोधित करते हुए विधायक आशाराम नेताम ने कहा कि बस्तर के गांवों में सदियों से चली आ रही समूह की परंपरा अब महिलाओं की आजीविका और विकास का आधार बन रही है। उन्होंने कहा कि समूह में आपसी तालमेल और सहयोग से ही महिलाओं की तरक्की संभव है। “जब महिला सक्षम होगी, तो परिवार सक्षम होगा और परिवार सक्षम होगा तो पूरा गांव मुख्यधारा के विकास से जुड़ेगा,” उन्होंने जोर दिया। विधायक ने अधिवेशन का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से किया। क्षेत्रीय समन्वयक बिराजो बाई ने बताया कि पहले महिलाएं घर तक सीमित थीं और बाहर काम करने के बारे में सोच भी नहीं सकती थीं। अध्यक्ष सुनीति नाग ने कहा कि योजना का मुख्य उद्देश्य गरीबी उन्मूलन करना और महिलाओं को आजीविका के अवसर प्रदान कर उनकी आय बढ़ाना है। कार्यक्रम में सचित चंद्रिका साहू ने बताया कि सरकारी योजनाओं को समूहों के माध्यम से सीधे गरीबों तक पहुँचाया जा रहा है। कोषाध्यक्ष शीला सेन ने कहा कि समूहों के माध्यम से महिलाओं में बचत की आदत डाली जा रही है, जो आपातकाल में काम आती है। गांव के सरपंच गोवर्धन नागेश ने कहा कि महिला समूहों की वजह से महिलाओं को स्वरोजगार मिल रहा है और इससे परिवार सशक्त बन रहे हैं। महिलाएं शिक्षा के महत्व को समझ रही हैं और अपने बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दे रही हैं। ग्राम प्रमुख विनय मंडावी ने कहा कि समूह से जुड़ी महिलाएं अब आर्थिक रूप से सशक्त होने के साथ-साथ अपने अधिकारों के लिए भी जागरूक हो रही हैं, जिससे महिलाओं के प्रति हो रहे शोषण में कमी आ रही है। कांकेर विकासखंड में कुल 1499 महिला समूह बनाए गए हैं, जिनमें 19,696 परिवार जुड़े हैं। इनमें से 1247 समूह का बैंक लिंकेज हो चुका है, जिसमें कुल 24.94 करोड़ रुपये का लेन-देन शामिल है। आजीविका समूहों की संख्या 320 है, जिनके सदस्य 2054 हैं।