राष्ट्रीय
22-Oct-2025
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-भैयादूज पर यमुनोत्री धाम के कपाट भी होंगे बंद देहरादून,(ईएमएस)। चारधाम यात्रा के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक गंगोत्री धाम के कपाट 22 अक्टूबर बुधवार को विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस अवसर पर पूरे धाम में भव्य दीपोत्सव और विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। मंदिर परिसर को फूलों, झालरों और दीपों से सजाया गया, जिससे संपूर्ण क्षेत्र भक्ति और उत्साह से झूम उठा। धार्मिक परंपरा के अनुसार, अन्नकूट पर्व पर पूर्वाह्न 11:36 बजे मां गंगा के कपाट बंद किए गए। इसके बाद मां गंगा की उत्सव मूर्ति को डोली में बैठाकर शीतकालीन प्रवास के लिए मुखवा गांव ले जाया गया। शीतकाल के दौरान श्रद्धालु वहीं स्थित गंगा मंदिर में मां गंगा के दर्शन कर सकेंगे। इस वर्ष गंगोत्री धाम की यात्रा 30 अप्रैल 2025 को अक्षय तृतीया के पावन दिन शुरू हुई थी। जनपद प्रशासन के अनुसार, इस यात्रा सत्र में 7 लाख 57 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगोत्री धाम में दर्शन किए। भैयादूज पर यमुनोत्री धाम के कपाट होंगे बंद इधर, यमुनोत्री धाम के कपाट भी 23 अक्टूबर यानी भैयादूज के दिन बंद किए जाएंगे। इसके बाद मां यमुना की उत्सव मूर्ति को पारंपरिक विधि-विधान से खरसाली गांव स्थित शीतकालीन मंदिर में ले जाया जाएगा। इस वर्ष यात्रा सत्र में कुल करीब 14,02,128 श्रद्धालु उत्तरकाशी जनपद के दोनों धामों में पहुंचे, जिनमें से 7,57,762 श्रद्धालु गंगोत्री और 6,44,366 श्रद्धालु यमुनोत्री धाम में पहुंचे। दोनों ही धामों सहित मुखवा और खरसाली गांवों के मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया। प्रशासन और पुलिस विभाग ने सुरक्षा, यातायात और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुख्ता इंतजाम किए। इससे पहले परंपरागत तरीके से गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर समितियों ने कपाटबंदी की सभी तैयारियां पूरी कीं। अब शीतकाल में भक्त मां गंगा और मां यमुना के दर्शन उनके शीतकालीन निवास स्थलों मुखवा और खरसाली में कर सकेंगे। हिदायत/ईएमएस 22अक्टूबर25