व्यापार
22-Oct-2025


नई दिल्ली,(ईएमएस)। सोना और चांदी के दामों में 17 अक्टूबर को रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद जोरदार गिरावट आई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बुधवार को सोना 2.9 प्रतिशत टूटकर 4,004 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जबकि मंगलवार को इसमें 6.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी, जो पिछले 12 वर्षों में सबसे बड़ी गिरावट है। चांदी की कीमतों में भी भारी उतार देखा गया। इंट्राडे में यह 7.1प्रतिशत गिरने के बाद करीब 2प्रतिशत टूटकर 47.6 डॉलर प्रति औंस के आसपास बंद हुई। मार्केट एक्सपर्ट की मानें तो यह गिरावट मुनाफा वसूली के कारण आई है। हाल के महीनों में रिकॉर्ड तेजी के बाद निवेशक अब मुनाफा निकालने में जुट गए हैं। उन्होंने कहा कि सोने में पहले कभी न देखे गए ऊंचे स्तर के बाद व्यापारियों को मुनाफा बटोरने का यह सुनहरा मौका मिला है। भारत में आज दिखेगा असर बुधवार को भारत का मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) दिवाली-बलिप्रतिपदा के अवसर पर बंद था, इसलिए वैश्विक बिकवाली का असर अभी नहीं दिखा, लेकिन जब 23 अक्टूबर (गुरुवार) को बाजार खुलेगा, तो सोना और चांदी के भावों में गिरावट के पूरे आसार हैं। मौजूदा स्थिति सोना (दिसंबर वायदा): 1,28,000 रुपये प्रति 10 ग्राम — 0.21प्रतिशत की गिरावट चांदी (दिसंबर वायदा): 1,50,000 रुपये प्रति किलोग्राम — 0.22प्रतिशत की गिरावट चांदी अब अपने रिकॉर्ड हाई से 20,000 रुपये सस्ती, जबकि सोना करीब 4,000 रुपये सस्ता हो चुका है। आगे क्या? एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह गिरावट अल्पकालिक है। अमेरिकी महंगाई दर और फेडरल रिजर्व की ब्याज नीति को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। साथ ही, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चीन और भारत के प्रति नरम रुख से ट्रेड टेंशन कम हुआ, जिससे सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग घट गई। फिर भी विश्लेषकों का मानना है कि मध्यम अवधि में सोना और चांदी मजबूत बने रहेंगे, क्योंकि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता बनी हुई है, कई केंद्रीय बैंक लगातार सोना खरीद रहे हैं और कमजोर डॉलर सोने की कीमतों को समर्थन दे सकता है। हिदायत/ईएमएस 22अक्टूबर25