-तालिबान के आर्मी चीफ ने पाक को चेताते हुए इतिहास याद दिलाया काबुल,(ईएमएस)। पाकिस्तान-अफगानिस्तान कभी भाई-भाई की तरह थे लेकिन आज पाकिस्तान इस देश के लोगों को बम बरसा रहा है। वहां रहने वाले मासूम बच्चों और बुजुर्गों पर हमले कर रहा है। इसके बदले जब अफगानिस्तान की सेना ने उसे औकात दिखाते हुए उसे हथियार और टैंक तक छीन लिए, तो अब वह धमकी दे रहा है। ऐसे में तालिबान के आर्मी चीफ फसीहुद्दीन फितहत ने कहा कि जिसने भी अफगानों को छेड़ा, उसकी जड़ें खुद गईं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान के आर्मी चीफ फसीहुद्दीन फितरत ने इस्लामाबाद को चेताते हुए अफगानिस्तान का इतिहास याद दिलाया है। तालिबान सेना के चीफ ऑफ ने कहा कि पुराना इतिहास उठाकर देख लें, जो कोई भी हमारे देश पर आक्रमण करने की कोशिश करता है, वो आखिरकार अपनी ही जड़ों को खोदता है।’ तालिबान आर्मी चीफ की ये टिप्पणी दोहा में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच युद्ध विराम समझौते के एक दिन बाद आई है। इससे पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कहा था कि सीजफायर इसी शर्त पर मान्य है कि अफगानिस्तान अपनी सीमा पार करने वाले सशस्त्र बलों को रोके। पाकिस्तान-अफगानिस्तान के समझौते के बाद पाकिस्तानी सेना और तालिबान के बीच कई दिनों तक चली हिंसक झड़प रुक गई है। हालांकि दोनों पक्षों में तनाव बना हुआ है। फसीहुद्दीन फितरत ने कहा कि इतिहास दिखा चुका है कि जो भी हमारे देश में घुसा, अपनी ही जड़े खोद लीं। आगे भी जो अफगानिस्तान के इलाके में घुसेगा, उसे निर्णायक और विनाशकारी जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी फौज के हाल में हुए अटैक में अफगानिस्तान के नागरिकों की मौत हुई है और इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान इस मामले में नाकामयाब नहीं होगा। इस बीच तालिबान के रक्षा मंत्री मुल्ला याकूब ने कहा कि टीटीपी कोई आतंकवादी संगठन नहीं है। सिर्फ पाकिस्तान अपने विरोधियों को राजनीतिक उद्देश्यों के लिए आतंकवादी का टैग इस्तेमाल करता है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अफगान सरकार तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को आतंकवादी संगठन नहीं मानता लेकिन उनका इससे कोई संबंध नहीं है और न ही वो किसी भी सशस्त्र समूह को समर्थन देता है। सिराज/ईएमएस 23 अक्टूबर 2025