अंतर्राष्ट्रीय
23-Oct-2025
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बर्लिन (ईएमएस)। जर्मनी की शिक्षा प्रणाली दुनिया में सबसे संगठित और विविध प्रणालियों में से एक है। इसकी नींव समान अवसर और व्यावसायिक मार्गदर्शन पर टिकी है। जर्मनी को शिक्षा के क्षेत्र में दुनिया के सबसे सशक्त देशों में गिना जाता है। यहां का शिक्षा ढांचा बच्चों को किंडरगार्टन से लेकर यूनिवर्सिटी तक मजबूत शैक्षणिक और व्यावसायिक आधार प्रदान करता है। जर्मनी की शिक्षा प्रणाली का सबसे खास पहलू यह है कि यह फेडरल स्ट्रक्चर पर आधारित है। यानी देश के 16 राज्यों में से हर राज्य अपनी शिक्षा नीति बनाने का अधिकार रखता है। इस वजह से जर्मन शिक्षा प्रणाली कहने से बेहतर है कि इसे कई क्षेत्रीय प्रणालियों का संग्रह कहा जाए। प्रत्येक राज्य स्कूल, सिलेबस और परीक्षाओं के नियम अपने तरीके से तय करता है। यह डिसेंट्रलाइज्ड सिस्टम यह सुनिश्चित करता है कि शिक्षा स्थानीय आर्थिक और सामाजिक जरूरतों के अनुरूप हो। स्कूलों में पढ़ाई का मुख्य उद्देश्य छात्रों को न केवल शैक्षणिक ज्ञान देना है, बल्कि उन्हें उनकी रुचियों और प्रतिभाओं के आधार पर करियर की स्पष्ट दिशा भी प्रदान करना है। जर्मनी में स्कूली शिक्षा प्लेग्रुप से शुरू होकर प्राइमरी और सेकंडरी स्कूल में तीन मुख्य धाराओं में बांटी गई है: व्यावसायिक प्रशिक्षण, माध्यमिक शिक्षा और यूनिवर्सिटी की तैयारी (अबीटूर)। पब्लिक स्कूलों में पढ़ाई लगभग मुफ्त है। यह मॉडल समाज के हर वर्ग के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का समान अवसर देता है। अनिवार्य स्कूली शिक्षा लगभग 6 साल की उम्र में शुरू होती है। किंडरगार्टन या प्री-स्कूल 3 से 6 साल के बच्चों के लिए होता है, लेकिन यह अनिवार्य नहीं है। प्राथमिक स्कूल में दाखिला बच्चे के निवास स्थान पर आधारित होता है। जर्मनी के पब्लिक स्कूल टैक्स जमा करने वालों के फंड से चलते हैं, इसलिए ये किसी से ट्यूशन फीस नहीं लेते। परीक्षा प्रणाली छात्रों के ओवरऑल परफॉर्मेंस और अंतिम परिणाम पर केंद्रित होती है। सेकंडरी शिक्षा के अंत में होने वाली ‘अबीटूर’ परीक्षा विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए मुख्य गेटवे का काम करती है। इसके माध्यम से छात्रों की अकादमिक क्षमता और करियर की दिशा तय होती है। जर्मनी का यह शिक्षा मॉडल छात्रों को न केवल समान अवसर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देता है, बल्कि व्यावसायिक प्रशिक्षण और करियर मार्गदर्शन के जरिए उन्हें भविष्य के लिए तैयार भी करता है। सुदामा/ईएमएस 23 अक्टूबर 2025