इन्दौर (ईएमएस) वरिष्ठ नागरिकों और पत्रकारों को दी जाने वाली रेलवे कन्सेशन सुविधा जिसे कोरोना काल के दौरान बंद कर दिया गया था तत्काल बहाल करने की मांग केंद्र सरकार से जिला कांग्रेस अध्यक्ष विपिन वानखेड़े एवं जिला कांग्रेस मीडिया प्रभारी प्रकाश महावर कोली ने की है। उन्होंने कहा कि यह सुविधा किसी “विशेषाधिकार” की नहीं, बल्कि जनहित की जरूरत थी, जिसे महामारी के नाम पर रोक दिया गया और अब तक बहाल नहीं किया गया है। वानखेड़े ने कहा कि कोरोना के दौरान रेल सेवाएं सीमित थीं, तो सरकार ने कई सुविधाएं अस्थायी रूप से बंद कीं। लेकिन अब जब ट्रेनें पहले की तरह चल रही हैं, टिकट दरें बढ़ चुकी हैं और रेलवे मुनाफे में है, तो रियायतें बहाल न करना जनता के साथ अनुचित व्यवहार है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को हर महीने जरूरी कामों, इलाज या अपने परिजनों से मिलने के लिए यात्रा करनी होती है। पत्रकारों को भी लगातार कवरेज के लिए सफर करना पड़ता है। ऐसे में टिकटों पर मिलने वाली रियायत खत्म करना संवेदनहीन निर्णय है। सरकार को यह समझना होगा कि यह सुविधा किसी उपकार की नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी की प्रतीक थी। वानखेड़े एवं महावर ने सवाल उठाया कि जब देश आर्थिक रूप से संभल चुका है, तो फिर आम नागरिकों की सुविधा पर रोक क्यों जारी है? उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि रेल मंत्रालय वरिष्ठ नागरिकों, पत्रकारों और अन्य पात्र वर्गों के लिए टिकट कंसेशन को तुरंत बहाल करे। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर सरकार ने इस विषय पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया, तो कांग्रेस संगठन जनआंदोलन खड़ा करेगा। वानखेड़े ने कहा कि रेलवे आम आदमी की धड़कन है, और जब यही संस्था आमजन से दूरी बना लेती है, तो उसकी साख पर सवाल उठता है। वानखेड़े ने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को जनता के बीच लेकर जाएगी और अगर जरूरत पड़ी तो रेलवे प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी। आनन्द पुरोहित/ 25 अक्टूबर 2025