राज्य
26-Oct-2025
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भोपाल (ईएमएस)। सेवानिवृत्त प्रधान मुख्य वन संरक्षण एसआर रावत के 37 वर्ष की सेवा काल की जंगलों के खट्टे -मीठे संस्मरण पर आधारित पुस्तक- एक फॉरेस्ट आफिसर की डायरी का विमोचन सोमवार को उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल सायं 4 बजे चार इमली स्थित फॉरेस्ट रेस्ट हाउस के बहुउद्देशीय हॉल में करेंगे। विमोचन कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि वन एवं राज्य पर्यावरण मंत्री दिलीप अहिरवार और अध्यक्षता प्रधान मुख्य वन संरक्षण एवं बल प्रमुख वीएन अम्बाड़े करेंगे। एसआर रावत ने 91 वर्ष की आयु में लगभग चार साल की कड़ी मेहनत के बाद इस पुस्तक को लिखा है। यह पुस्तक उन समस्त वन कर्मियों की स्मृति में समर्पित की गई है जिन्होंने वनों के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। यह पुस्तक फॉरेस्ट आफिसर की पुरानी पीढ़ी के साथ आज के युग के युवा अधिकारियों को पढ़ने के लिए प्रेरित करती है कि क्या छूट गया और क्या करना चाहिए दोनों के लिए समान रूप से शिक्षा देती है। इस पुस्तक में क्या है अनोखा भारतीय वन सेवा के मध्य प्रदेश के सेवानिवृत्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक एसआर रावत के 37 वर्षों के सेवाकाल का यह संस्मरण एक जीवंत दस्तावेज है। 15 अध्याय की यह पुस्तक फॉरेस्ट कॉलेज की प्रशिक्षण अवधि से लेकर सेवानिवृत्ति तक की लगभग चार दशकों की यात्रा का प्रामाणिक वर्णन प्रस्तुत करती है। इस पुस्तक में, प्रकृति के सान्निध्य में बिताए गए अविस्मरणीय क्षणों, वन्यजीवों, विविध मैदानी चुनौतियां के प्रत्यक्ष अनुभवों का व्यापक चित्रण, छोटी-छोटी सच्ची कहानियों के माध्यम से किया गया है। पुस्तक में लेखक महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के विविध वन क्षेत्रों में किए गए वानिकी कार्यों तथा संरक्षण प्रयासों से जुड़े अपने गहन अनुभवों से अवगत कराते हैं।एक फॉरेस्ट ऑफीसर की डायरी वन कर्मचारियों की रोजमर्रा की कठिनाइयों को विशेष रूप से प्रस्तुत करती है। यह पुस्तक उन सभी के लिए पठनीय है जो वनों के महत्व को समझते हैं। वन सेवा के कठिन जीवन को करीब से जानना चाहते हैं, या केवल एक वन अधिकारी की प्रेरणादायक यात्रा से जुड़ना चाहते हैं। यह दस्तावेज एसआर रावत के एक समर्पित वन अधिकारी के रूप में कठिनाइयों भरे जीवन और वनों के प्रति उनके अधाह प्रेम का जीवंत प्रमाण है। ईएमएस/26/10/2025