- जॉच के लिये केंद्रीय जांच एजेंसियों ने नोडल एजेंसी क्राइम ब्रांच को बनाया - छानबीन के बाद एक साथ आठ थानो में दर्ज की गई एफआईआर भोपाल(ईएमएस)। राजधानी भोपाल में साल 2021 से 2024 के बीच बने नाबालिग बच्चों के पोर्न वीडियो बनाने के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसियों ने संज्ञान लेते हुए डीजीपी कैलाश मकवाना मार्च 2025 में पत्र भेजा था। इसे लेकर पीएचक्यू ने निर्णय लिया है, केंद्रीय जांच एजेंसियों ने इस संबंध में नोडल एजेंसी क्राइम ब्रांच को बनाया है। जानकारी के अनुसार घटना दो साल पहले की है। जिसमें सुनियोजित तरीके से पोर्न वीडियो बनाने का काम भोपाल शहर में चल रहा था। केंद्रीय जांच एजेंसियों को मेटा समेत अन्य सोशल साइट चलाने वाली कंपनियों ने दी थी। कंपनियों ने बताया था, कि यह पोर्न वीडियो में नाबालिग हैं। यह वीडियो सोशल साइट के जरिए अन्य प्लेटफॉर्म पर बांटे जा रहे थे। वह वीडियो जिस पते और जिन नंबरों से बने उसकी भी जानकारी जांच एजेंसियों के साथ शेयर की गई। मामले में नोडल एजेंसी क्राइम ब्रांच की जांच के बाद मंगलवारा, मिसरोद, कोतवाली, पिपलानी, अशोका गार्डन, बिलखिरिया, अयोध्या नगर और टीटी नगर थाने में प्रकरण दर्ज कर लिए हैं। यह सारे प्रकरण एक साथ दर्ज किए गए हैं। जुनेद / 30 अक्टूबर