 
                            इन्दौर (ईएमएस) साहित्य, कला और संस्कृति के सबसे जीवंत और चमकदार उत्सव- इंदौर लिटरेचर फेस्टिवल का 11वां सीजन आगामी 14-15-16 नवंबर को होने जा रहा है। अपने स्तरीय आयोजनों से यह फेस्टिवल देश ही नहीं दुनिया भर में इंदौर की नई पहचान बन चुका है। फेस्टिवल के सूत्रधार प्रवीण शर्मा ने बताया कि इस तीन दिनी आयोजन में साहित्य, कला और संस्कृति विधा के सबसे प्रखर, प्रतिभावान और मौलिक मस्तिष्क भाग लेते हैं। फेस्टिवल डेली कॉलेज के धीरूभाई अंबानी सभागृह और सरोवर से सटे सुंदर लॉन में होगा। इसमें एक से बढ़कर एक सेलिब्रिटी भाग ले रहें हैं, जिन्हें देखने, सुनने, मिलने के लिए प्रशंसक पैसा देकर टिकट खरीदते हैं, लेकिन समाज को साहित्य-संस्कृति-कला के और करीब लाने के लिए इस आयोजन में निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा। तीन दिन तक डेली कॉलेज के सुरम्य वातावरण में कविता, कहानी के कमल खिलेंगे, गीत, गजल के सुरमई सुर महकेंगे, विचारों का उजाला हमारे मन-मस्तिष्क को रोशन करेगा और धारदार तर्क व मौलिक कल्पनाएं हर किसी को चमत्कृत कर देॅगी। श्री शर्मा ने बताया कि इंदौर लिटररी सोसाइटी के इस आयोजन में इस बार कश्मीर फाइल्स जैसी कई धारदार व वास्तविकता आधारित फिल्मों के निर्देशक व विचारक विवेक रंजन अग्निहोत्री भाग ले रहें हैं, जिन्हें देश कान लगाकर सुनता है। वे अन्य बातों के अलावा फिल्म निर्माण के अपने अनुभव, फिल्मों में कैरियर और उभरते कलाकारों के लिए संभावना पर भी बातें करेंगे। कच्चा घड़ा हूं मैं मेरे गांव आओगे जैसे अपने अनूठे और अलबेले गीतों से युवा मनों को मोहने वाले इंडी-पॉप गायक राहगीर भी इस फेस्टिवल में अलग किस्म की ऊर्जा भरने के लिए आ रहे हैं। अपने गीतों और कविताओं से झकझोर देने वाले साइको शायर के रूप में प्रसिद्ध अभि मुंडे भी इस आयोजन के आकर्षण का केंद्र होंगे। गुल्लक जैसी वेबसीरिज के डायलॉग लिखने वाले दुर्गेश सिंह और जनहित में जारी जैसी फिल्म व क्राइम पेट्रोल में काम कर चुके टीआरपी मामा के रूप में लोकप्रिय कलाकार व कॉमेडियन पारितोष त्रिपाठी भी इस उत्सव में नए रंग व जोश भरने के लिए आ रहें हैं। इनके अलावा राजनीतिक पंडित, थिंक टैंक व भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के पूर्व प्रमुख विनय सहस्त्रबुद्धे, लेखिका व संस्कृतिकर्मी शर्मिष्ठा प्रणब मुखर्जी(पूर्व राष्ट्रपति प्रणब दा की बेटी), लेखक व भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी, कवि आशुतोष अग्निहोत्री(आईएएस व फूड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया के चेयरमेन), लेखक व ख्यात पत्रकार प्रखर श्रीवास्तव, तत्काल कहानी रचने और सुनाने में माहिर दिव्य प्रकाश, प्रखर वक्ता व विचारक विजय मनोहर तिवारी (कुलगुरू, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि) लोकप्रिय गीतकार सोनरूपा विशाल व रामायणधर द्विवेदी, क्राइम थ्रिलर की नई सनसनी व वेबसीरिज लेखक मनोज राजन त्रिपाठी, हिंद युग्म के संस्थापक शैलेष भारतवासी, हिन्दीनामा के संस्थापक अंकुश कुमार, मुश्किल जगहों के टाॅप टेन ट्रेवल ब्लागर में शामिल संजय शेफर्ड, हिन्दवी व सदानीरा के संपादक अविनाश मिश्रा, हिंदी पंक्तियां के संस्थापक दीपक शंकर, ख्यात कवि विवेक चतुर्वेदी व अंगरेजी साहित्य लेखक अम्बी परमेश्वरन, वसुंधरा, आदित्य पित्ती, अनीश कांजीलाल, कपिल राज, नीतिश भूषण, बिशाल पाॅल, आनंद प्रसाद समेत अनेक लेखक कवि व कलाकार इंदौर लिटरेचर फेस्टिवल की शान बनेंगे। इसके अलावा कई प्रतिष्ठित प्रवासी भारतीय लेखक भी इस साहित्य उत्सव की गरिमा बढ़ाएंगे। इनमें लंदन से दिव्या माथुर, जापान से रमा पूर्णिमा शर्मा, नीदरलैंड से ऋतु नंनन पाण्डे, वर्जीनिया से मंजू श्रीवास्तव मन व सुषमा परिजात शामिल हैं। फेस्टिवल में बौद्धिक चर्चा, लेखक-कलाकार सत्र, टाॅक शो, पैनल डिस्कशन, कविता-कहानी पाठ, लेखन कार्यशाला, ओपन माइक, बुक लांच, शाम के विशेष शो एवं कन्सर्ट (सीट पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर मिलेगी) , कवि सम्मेलन, स्थानीय साहित्यकारों व जेन-जी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स के सेशन व सम्मान समारोह कविता-कहानी स्पर्धा भी आकर्षण का केंद्र होंगे। आपके पास अपने पसंदीदा लेखकों-कलाकारों से ऑटोग्राफ लेने व उनके साथ सेल्फी लेने के भी खास अवसर होंगे। माइक्रो मिट्टी प्रजेंटेड मप्र के इस सिग्नेचर इवेंट का वेन्यू पार्टनर प्रतिष्ठित, ऐतिहासिक व सुरम्य शैक्षणिक संस्थान डेली कॉलेज होगा। ओल्ड डेलियंस एसोसिएशन (ओडीए), इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन (आईएमए), फिक्की फ्लो व एकल युवा जैसी महत्वपूर्ण संस्थाएं इस फेस्टिवल की सह आयोजक हैं। आनन्द पुरोहित/ 31 अक्टूबर 2025