- झांसे में लेकर कई लोगों से वसूले पैसे, कमिश्नर के निर्देश पर हुई त्वरित कार्रवाई में मास्टरमाइंड गिरफ्तार इंदौर (ईएमएस)। इंदौर शहर में छल-कपट और आर्थिक अपराधों पर नकेल कसने के लिए पुलिस कमिश्नरेट ने कमर कस ली है। पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह के कड़े निर्देश पर, नागरिकों से बैंक पॉलिसी देने का झूठा वादा कर लाखों रुपये हड़पने वाले एक शातिर ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। क्राइम ब्रांच की फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो मुख्य आरोपियों को गहन जाँच के बाद गिरफ्तार किया है। वीरेंद्र सिंह अरोरा, महेश वर्मा, महेश चंद, शिवप्रसाद विश्वकर्मा, चंद्र सिंह, कैप्टन शिवचरण पंड्या और द्वारकादास सहित कई आवेदकों ने क्राइम ब्रांच में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। आवेदकों ने बताया कि आरोपी ममता तंवर (इंदौर निवासी) और परमदीप सिंह कुमार (इंदौर निवासी) ने स्वयं को विभिन्न बैंकों का इंश्योरेंस एजेंट बताया। उन्होंने पॉलिसी देने के नाम पर उनसे लाखों रुपये वसूल लिए, लेकिन न तो कोई पॉलिसी जारी की और न ही पैसे वापस लौटाए, जिससे पीड़ितों को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ। पुलिस आयुक्त के त्वरित कार्रवाई के निर्देशों पर, क्राइम ब्रांच की इंवेस्टीगेशन टीम ने तत्काल जांच शुरू की। टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और साइबर टीम की विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए, इस पूरी धोखाधड़ी को अंजाम देने वाले आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि वे अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर यह ठगी का काला कारोबार चला रहे थे। पुलिस ने इनके पास से मोबाइल फोन, बैंक पासबुक, चेकबुक, और कई फर्जी दस्तावेज़ बरामद किए हैं, जिनके संबंध में पूछताछ जारी है। पुलिस को संदेह है कि इन आरोपियों के माध्यम से शहर में हुई और भी कई ठगी की घटनाओं का खुलासा हो सकता है। फिलहाल, पुलिस ने दोनों आरोपियों को रिमांड पर लिया है और उनके बैंक खातों, लेनदेन और फर्जी दस्तावेजों की विस्तृत जाँच तथा अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।