-भू माफिया के अत्याचार और नौकरी छूटने से था तनाव में इन्दौर (ईएमएस) भूमाफिया के अत्याचार से डिप्रेशन में आए एक युवक ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। उसके पिता रिटायर्ड जेल प्रहरी है और उन्होंने ही उसके लिए एक प्लाट खरीदा था जिस पर भूमाफिया ने कब्जा कर उसे दूसरे को बेच दिया। हालांकि मामले की शिकायत भी द्वारकापुरी थाने में दर्ज कराई गई थी परन्तु पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने के चलते वह डिप्रेशन में था। मामला छत्रीपुरा थाना क्षेत्र का है जहां थाना क्षेत्र के एमओजी लाइन में रहने वाले रिटायर्ड जेल प्रहरी कमलेश दुबे के बेटे अंकित दुबे उम्र चौंतीस साल ने सुसाइड नोट लिख जहर खाकर आत्महत्या की। सुसाइड नोट में उसने स्वेच्छा से जान देने और खुद को ही जिम्मेदार बताते परिवार को परेशान न करने की बात लिखी है। रिटायर्ड जेल प्रहरी कमलेश दुबे के अनुसार रविवार रात अंकित अपने एक दोस्त को अस्पताल देखने गया था। रात करीब 11 बजे वह घर लौटा। देर रात करीब 3 बजे जब उनकी नींद खुली, तो उन्होंने देखा कि अंकित अपने कमरे में बिस्तर के नीचे पड़ा था। उन्होंने तुरंत सीपीआर देकर उसे होश में लाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद बड़े बेटे के साथ मिलकर वे अंकित को एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कमलेश दुबे के अनुसार उन्होंने अपनी जीवनभर की कमाई से बेटे अंकित के भविष्य के लिए ऋषि पैलेस क्षेत्र में एक प्लॉट खरीदा था। करीब एक साल पहले भूमाफिया प्रेम प्रजापत ने उस पर कब्जा कर लिया। जब उन्होंने विरोध किया तो प्रेम ने अंकित और परिवार के साथ मारपीट की। इस संबंध में द्वारकापुरी थाने में केस दर्ज कराया था। आरोपी को जेल भी भेजा गया, लेकिन जमानत पर छूटने के बाद प्रेम प्रजापत ने फिर से धमकियां देते फर्जी दस्तावेज बनवाकर प्लॉट बेच दिया। इन घटनाओं से अंकित काफी टूट गया था। वह कहता रहता था कि अब उसके पास कुछ नहीं बचा। उसकी निजी कंपनी की नौकरी भी ठीक से नहीं चल रही थी। कई बार वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। धीरे-धीरे अंकित गहरे मानसिक तनाव में चला गया। मामले में छत्रीपुरा थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच कार्रवाई शुरू कर दी है।