कोरबा (ईएमएस) सार्वजनिक क्षेत्र के वृहद उपक्रम कोल् इंडिया की अनुसांगिक कंपनी एसईसीएल बिलासपुर के अधीन कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में स्थापित खुले मुहाने की गेवरा कोयला परियोजना अंतर्गत एसईसीएल की मेगा परियोजना में जमीन अधिग्रहण के बाद भी स्थानीय भू-विस्थापितों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है, जबकि बाहरी जिलों और राज्यों से आउटसोर्सिंग के माध्यम से लगातार भर्ती की जा रही है। इस मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ ने विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। संघ के नेताओं ने बताया कि 3 नवंबर को कुसमुंडा क्षेत्र के महाप्रबंधक कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर प्रबंधन से जवाब मांगा जाएगा। छत्तीसगढ़ किसान सभा के प्रदेश संयुक्त सचिव प्रशांत झा ने कहा कि एसईसीएल प्रबंधन आउटसोर्सिंग कंपनियों के साथ मिलकर रोजगार को बेचने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कुसमुंडा के बाद गेवरा क्षेत्र में भी विरोध की तैयारी की जा रही है, जब तक स्थानीय प्रभावितों को रोजगार में प्राथमिकता नहीं दी जाती, आंदोलन जारी रहेगा।