नई दिल्ली (ईएमएस)। महिला विश्वकप में शानदार प्रदर्शन करने वाली दीप्ति शर्मा ने 8 साल की उम्र में खेलना शुरु किया। वह अपने भाई के साथ नेट्स पर खेलने जाती थीं। एक दिन पूर्व भारतीय बल्लेबाज हेमलता काला ने दीप्ति को थ्रो करते देखा तो वह प्रभावित हो गयी और उसी के बाद से ही उसे ट्रेनिंग देना शुरु कर दिया, यहीं से परिवर्तन आना शुरु हो गया। पहले दीप्ति तेज गेंदबाजी करती थीं पर बाद उसने ऑलराउंडर बने स्पिन करनी शुरु कर दी। 12 साल की उम्र में ही दीप्ति का चयन उत्तर प्रदेश की अंडर-19 टीम में हो गया. वहीं केवल 17 साल की उम्र में दीप्ति को भारतीय टीम में जगह मिल गयी। दीप्ति ने अपना पहला एकदिवीसय मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला। इसके बाद 2026 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी 20 में डेब्यू किया और 2021 में उनका टेस्ट डेब्यू इंग्लैंड के खिलाफ हुआ। दीप्ति ने साल 2017 में आयरलैंड के खिलाफ पूनम राउत के साथ मिलकर 320 रनों की शुरुआती साझेदारी कर विश्व रिकार्ड भी बनाया।दीप्ति ने उस मैच में 188 रन बनाए जो महिला एकदिवसीय का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। इतना ही नहीं दीप्ति 20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 100 विकेट लेने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर भी हैं। उसके नाम डब्ल्यूपीएल 2023 में एक हैट्रिक भी है। दीप्ति ने 2024 टी20 सीरीज में 30 विकेट लिए और इस बार विश्वकप में सबसे अधिक 22 विकेट इन सब उपलब्धियों के लिए दीप्ति को 2020 में अर्जुन अवॉर्ड मिला। इसके अलावा उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस में डीएसपी पद भी मिला। दीप्ति कमाई के मामले में भी पीछे नहीं है। उन्हें डीएसपी होने के कारण करीब 1 लाख रुपये तक महीने का वेतन मिलता है। वहीं डब्लयूपीएल से 1.4 करोड़ मिलते है। गिरजा/ईएमएस 05 नवंबर 2025