05-Nov-2025
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अध्यात्म और तकनीक का संगम देसंविवि में हैशटैग शांतिकुंज की शुरुआत हरिद्वार (ईएमएस)। उत्तर भारत में पहली बार देवसंस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार में हैशटैग शांतिकुंज का लोकार्पण समारोह भव्य रूप से सम्पन्न हुआ। देव दीपावली के पावन अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारम्भ महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद महाराज, देसंविवि के प्रतिकुलपति युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या, रुबल नागी आर्ट फाउण्डेशन, मुंबई की संस्थापिका रुबल नागी, गायत्री विद्यापीठ की प्रबंधिका श्रीमती शफैाली पण्ड्या ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए देसंविवि के प्रतिकुलपति युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि हैशटैग शांतिकुंज के माध्यम से युवा पीढ़ी में सृजनात्मकता, सकारात्मकता और सांस्कृतिक चेतना को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह पहल समाज के नैतिक पुनर्जागरण की दिशा में एक सार्थक कदम है। उन्होंने कहा कि शांतिकुंज एक कारखाना की तरह है, जहां साधकों में आत्मिक उर्जा का संचार कर नये रूपों मे विकसित किया जाता है। इस दौरान महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद महाराज ने कहा कि सनातन संस्कृति का उद्घोष सर्वे भवन्तु सुखिनरू के भाव को जन जन के विचारों में उतारना है। हैशटैग का यह अभियान अध्यात्म और आधुनिक तकनीक के संगम का सुंदर उदाहरण है, जो देशभर में प्रेरणास्रोत बनेगा। सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि शांतिकुंज सदैव समाज में सकारात्मक परिवर्तन का केंद्र रहा है और हैशटैग शांतिकुंज इस दिशा में एक नया आयाम जोड़ेगा। गायत्री विद्यापीठ की प्रबंधिका शफैाली पण्ड्या ने कहा कि यह पहल युवाओं को नैतिकता, सेवा भावना और रचनात्मकता की दिशा में आगे बढने के लिए प्रेरित करेगी। युगऋषि पं श्रीराम शर्मा ने कई दशक पहले भविष्यवाणी की थी कि 21वीं सदी नारी सदी होगा, जो अब चरितार्थ होते दिखाई दे रहा है। इससे पूर्व रूबल नागी आर्ट फाउंडेशन, मुंबई की संस्थापिका व जाने माने कलाकार श्रीमती रूबल नागी ने कहा कि कला और सेवा के माध्यम से समाज सुधार का यह प्रयास प्रेरणादायक है और युवाओं को समाज परिवर्तन की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करेगा। ज्ञात हो कि देवसंस्कृति विश्वविद्यालय उत्तर भारत का पहला ऐसा संस्थान है, जिसने हैशटैग शांतिकुंज की पहल की है। लोकार्पण कार्यक्रम में महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद महाराज, सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत, रूबल नागी, व्यवस्थापक योगेन्द्र गिरि, कुलसचिव बलदाउ देवांगन सहित अनेक गणमान्य अतिथि एवं विश्वविद्यालय परिवार के सदस्य उपस्थित रहे। अखण्ड दीपक संदर्शिका स्मारिका का विमोचन किया। वहीं डॉ चिन्मय पण्ड्या व श्रीमती पण्ड्या ने अतिथियों को रुद्राक्ष की माला, देसंविवि की प्रतीक चिह्न आदि भेंटकर सम्मानित किया। (फोटो-20) शैलेन्द्र नेगी/ईएमएस/05 नवम्बर 2025