मुंबई, (ईएमएस)। मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) रेलवे स्टेशन पर गुरुवार शाम रेलवे कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन की वजह से लोकल ट्रेन के परिचालन में रुकावट आई। इस वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोकल ट्रेनों के परिचालन में रुकावट की वजह से कुछ यात्री रेलवे ट्रैक पर चल रहे थे। इसी दौरान पीछे से आ रही एक लोकल ट्रेन ने चार यात्रियों को टक्कर मार दिया। इसमें चारों यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए और दो यात्रियों की बाद में मौत हो गई। यह घटना मध्य रेलवे के मस्जिद बंदर-सैंडहर्स्ट रोड रेलवे स्टेशन के बीच हुई। दरअसल 9 जून को मुंबई से सटे ठाणे के पास मुंब्रा स्टेशन के नजदीक एक लोकल ट्रेन से नीचे गिरने से पांच यात्रियों की मौत हो गई थी। रेलवे पुलिस ने अब इस हादसे की जांच रिपोर्ट सौंप दी है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि घटना से चार दिन पहले रेलवे कर्मचारियों ने ट्रैक का एक टुकड़ा बदला था लेकिन उसे बिना वेल्डिंग किए छोड़ दिया था, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। यानी रेलवे पुलिस ने इस हादसे के लिए रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। इसके साथ ही, हादसे के लिए जिम्मेदार मध्य रेलवे के दो इंजीनियरों के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है। इस वजह से रेलवे कर्मचारी यूनियन रेलवे पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ आक्रामक हो गई हैं। कर्मचारी यूनियन गुरुवार शाम 4 बजे से मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) स्थित मध्य रेलवे के मुख्यालय के बाहर आंदोलन कर रही थी। इसका असर मुंबई की उपनगरीय ट्रेनों पर पड़ा। खास बात यह रही कि चूंकि मोटरमैन भी इस आंदोलन में शामिल हुए, इसलिए हार्बर और मेन लाइन पर ट्रेनों के परिचालन पर इसका असर पड़ा। इसी तरह, इन कर्मचारियों के धरने की वजह से मध्य और हार्बर लाइन की लोकल ट्रेनें पीक आवर में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन पर रुक गईं। इसकी वजह से मध्य रेलवे पर करीब 40 मिनट तक ट्रेनों के परिचालन पर इसका असर पड़ा। इस बीच, पैसेंजर एसोसिएशन ने रेलवे कर्मचारियों के विरोध पर अपना गुस्सा ज़ाहिर करते हुए कहा है, रेलवे कर्मचारी एसोसिएशन हमेशा यात्रियों को बंधक बनाते हैं। अगर मोटरमैन की गलती हो और प्रशासन एक्शन ले, तो भी वे विरोध करते हैं। वे लोकल ट्रेनें बंद करने की धमकी देते हैं। आज भी यही हुआ। रेलवे पुलिस ने रेलवे इंजीनियरों के खिलाफ केस दर्ज किया और अचानक लोकल ट्रेनें बंद कर दीं। इससे लाखों यात्रियों पर असर पड़ा है। उधर रेलवे यूनियन का रुख है कि रेलवे कर्मचारियों के खिलाफ कोई केस दर्ज न किया जाए। दूसरी ओर, रेल प्रशासन द्वारा रेलवे यूनियन से बात करने के बाद छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन पर कर्मचारियों का विरोध शांत हो गया और शाम 5.45 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन से लोकल ट्रेनों का परिचालन फिर से शुरू हुआ। इस बीच ट्रेनें बंद होने से मस्जिद बंदर-सैंडहर्स्ट रोड रेलवे स्टेशन के बीच कुछ यात्री रेलवे ट्रैक पर चलने लगे। जब ये यात्री सैंडहर्स्ट रोड रेलवे स्टेशन के बीच पहुंचे, तो पीछे से अंबरनाथ फास्ट लोकल आ गई और इस लोकल ने ट्रैक पर चल रहे चार यात्रियों को टक्कर मार दिया। बताया जा रहा है कि इस हादसे में दो यात्री की मौत हो गई। जबकि दो घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मृतक में 19 साल की हेली मोहमाया नाम की लड़की की मौत हो गई जबकि दूसरे व्यक्ति की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। वहीं दो घायलों के नाम 22 साल के कैफ चौगुले और 45 साल की खुशबू है और उनका अभी भी इलाज चल रहा है। स्वेता/संतोष झा- ०७ नवंबर/२०२५/ईएमएस