* लगभग 20 हजार घरों में नहीं पहुंचा पानी * सुधारने लगे लगभग 24 घंटे कोरबा (ईएमएस) कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में निगम की जल आवर्धन योजना फेस-2 की मेन पाइपलाइन में लीकेज से पानी आपूर्ति ठप्प रही। नगर निगम के 20 वार्ड और बांकीमोंगरा के 30 वार्ड के लगभग 20 हजार घरों में पानी नहीं पहुंचा। पाइप की मरम्मत में लगभग 24 घंटे का समय लग गया। कार्य पूर्ण होने पर अब जल आपूर्ति सामान्य होने की बात निगम की ओर से कही गई हैं। प्रेशर से मेन पाइप में लीकेज होने से दिनभर लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ा। कई लोगों ने कुओं से पानी भरा, तो कई ने उन घरों से मदद ली, जहां बोर हैं। निगम के पश्चिम क्षेत्र के लिए कोहड़िया में पांच साल पहले 29 एमएलडी क्षमता का वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया है। यह पहले बांकीमोंगरा नगर निगम का ही हिस्सा था। यहां के 30 वार्ड में अभी भी कोहड़िया से पानी आपूर्ति होती है। निगम के दर्री जोन में वार्ड नंबर-48 से 60 तक व 67 तक 14 और सर्वमंगला नगर जोन के वार्ड नंबर-61से 66 तक 6 वार्ड में पानी दिया जा रहा है। कोहड़िया से जमनीपाली तक 5 किमी पाइप लाइन बिछाई गई है। यहां पर 250 हजार लीटर की पानी टंकी है। इसे भरने के बाद छोटी टंकियों को भरा जाता है। * 15 टंकी और 387 किमी पाइपलाइन से आपूर्ति पश्चिम क्षेत्र की जल आवर्धन योजना की लागत 229 करोड़ 36 लाख थी। 13 नई पानी टंकी बनाई है। दर्री में दो पुरानी पानी टंकी है। इसके साथ ही 387 किमी विभिन्न व्यास की पाइपलान बिछाई गई है। * वार्ड के पुराने पंप और सिंटेक्स को किया बंद वार्डो में निगम ने बोर लगा टंकी भी लगाई थी। जल आवर्धन शुरू होने के बाद इसे भी बंद कर दिया गया। सबसे अधिक स्लम एरिया में पानी की समस्या है। लोगों को कुंए या जिनके घरों में निजी बोर लगे हैं वहां से जल व्यवस्था करनी पड़ती है। * बांकीमोंगरा के लिए बनेगा अलग वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट नगर पालिका बांकीमोंगरा के लिए अलग से वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा। इसके लिए 10 करोड़ रुपए की मंजूरी मिल चुकी है। नगर पालिका के लिए अहिरन नदी से पानी लेने इंटेकवेल बनेगा। नगर पालिका की अभी आबादी लगभग 50 हजार है। * पांच साल पुरानी पाइपलाइन अब देने लगी है जवाब मेन पाइपलाइन में लीकेज होने से एनटीपीसी कॉलोनी के पास प्रेशर के कारण पाइपलाइन से तेजी से पानी बहने लगा। इसकी मरम्मत कराने पानी आपूर्ति बंद कर दी गई। बांकीमोगरा नगर पालिका के लोगों का कहना है कि सुबह ही पानी की आपूर्ति होती है। आधे घंटे तक ही नल चलता है। महीने में 3-4 बार पानी आपूर्ति प्रभावित रहती है। पर्याप्त पानी नहीं मिलने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पांच साल पुरानी पाइपलाइन अब जवाब देने लगी है। जॉइंट में हमेशा लीकेज की समस्या आने पर पानी आपूर्ति बंद करनी पड़ती है। * पाइपलाइन सुधरी, पानी टंकियों में भर रहे : राकेश मसीह नगर निगम के कार्यपालन अभियंता राकेश मसीह ने बताया की पाइपलाइन के लीकेज को ठीक करने आपूर्ति बंद की थी। मरम्मत हो गई है। टंकियों में पानी भर रहे हैं। इसके बाद आपूर्ति शुरू होगी। 08 नवंबर / मित्तल