गुना (ईएमएस) । कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल के मार्गदर्शन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजकुमार ऋषिश्वर के निर्देशन में जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) के अंतर्गत जन्म से लेकर 18 वर्ष तक के बच्चों को निःशुल्क जांच एवं उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है। यह योजना उन परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है जो आर्थिक सीमाओं के कारण अपने बच्चों का उपचार नहीं करा पाते। ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है आदेश नगर, बी.जी. रोड, गुना निवासी शुभम राजपूत और उनकी नन्ही बिटिया जानवी की। घर में बेटी के जन्म से खुशियों की लहर दौड़ गई थी, लेकिन जन्म के कुछ ही दिनों बाद जानवी को सांस लेने और दूध पीने में कठिनाई होने लगी। परिवार चिंतित हो उठा। परिजन जिला चिकित्सालय पहुंचे, जहाँ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय गुप्ता ने जांच के बाद हृदय रोग की संभावना बताई। इतनी छोटी बच्ची और इतनी बड़ी बीमारी सुनकर परिवार काफी चिंतित हो गयाफ लेकिन उसी समय RBSK टीम की चिकित्सक डॉ. निकिता सोनी ने परिजनों को ढांढस बंधाया और बच्ची को जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र (DEIC) रैफर किया। पहुँचने पर जिला शीघ्र हस्तक्षेप प्रबंधक श्रीमती विनीता सोनी ने परिजनों को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) की विस्तृत जानकारी दी और भरोसा दिलाया कि बच्ची का संपूर्ण इलाज निःशुल्क कराया जाएगा। जानवी को आगे की जांच हेतु इंदौर रेफर किया गया, जहाँ ईको जांच के बाद हृदय रोग विशेषज्ञों ने सर्जरी की सलाह दी। इलाज की अनुमानित राशि 60,000 रूपये थी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजकुमार ऋषिवर द्वारा इस राशि की स्वीकृति प्रदान की गई। सरकारी सहयोग, चिकित्सा दल की तत्परता और जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र टीम के निरंतर समर्पण से मात्र दो माह की बेबी जानवी की सफल हृदय सर्जरी इंदौर में संपन्न हुई। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) के माध्यम से हर बच्चे को स्वस्थ जीवन और उज्जवल भविष्य देने की दिशा में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग निरंतर प्रतिबद्ध है। - सीताराम नाटानी