लेख
09-Nov-2025
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- देहरादून साहित्य महोत्सव लेखक गांव में हिंदी के मूर्धन्य विद्वान सुरेश नीरव ने हिंदी साहित्य को सात समंदर पार तक ले जाने के लिए अखिल भारतीय सर्वभाषा समन्वय समिति नाम से दिल्ली में एक संस्था गठित की हुई है।जिसके माध्यम से उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों में राष्ट्रीय अधिवेशन किये हैं जिनमें- दिल्ली, ग्वालियर, मुरैना, विशाखापत्तनम, खरगोन, गांधीनगर, बेंगलुरु, मैसूर, त्रिवेन्द्रम, शिरडी, गोवा, अंडमान निकोबार, गुवाहाटी, कश्मीर, नागालैंड, मसूरी, बद्रीनाथ, शिमला, काठमांडू, मुंबई, दमन आदि शामिल हैं,वही पटना,इंदौर, नागदा, रुड़की, सहारनपुर, गुरुग्राम, ग़ाज़ियाबाद, जावरा सहित अनेक शहरों में भी अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति के तत्वावधान में कवि सम्मेलन और पुस्तक एवं विशेषांक लोकार्पण समारोह हो चुके हैं। वर्चुअल माध्यम से इस संस्था के कार्यक्रमो में विभिन्न देशों में रह रहे हिंदी प्रेमी रचनाधर्मी जुड़ते रहे है। अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति आगामी 23 से 25 दिसम्बर तक अपना 23 वां राष्ट्रीय अधिवेशन उत्तराखण्ड के लेखक गाँव में आयोजित करने जा रही है। जिसमें देश भर के साहित्यकार इस देहरादून साहित्यकार महोत्सव में शामिल हो रहे हैं। महोत्सव के संयोजक सुभाषचंद्र सैनी के मुताबिक अभी तक जिन साहित्यकारों की स्वीकृतियां मिल चुकी हैं उन में मध्य प्रदेश के ग्वालियर से सोहनलाल खंडेलवाल, जावरा रतलाम से डॉ. प्रकाश उपाध्याय, नरसिंहपुर से डॉ. शंकर सहर्ष, जबलपुर से आचार्य विजय तिवारी किसलय, सुमन तिवारी, संतोष नेमा संतोष, सरिता संतोष, दिल्ली से डॉ. सविता चड्ढा, ब्रह्मदेव शर्मा, प्रभा सारस्वत, उमंग सरीन, रंजना मजूमदार, मोहिनी पांडेय, बिहार से श्रीमती अनीता प्रसाद, राश दा राश, ऋषसिन्हा, डॉ. अमरकांत कुमर, कर्नाटक से ज्ञान चंद मर्मज्ञ, साधना सिंह, डॉ. मंजु गुप्ता लता मुंबई से यशपाल सिंह यश, गुजरात से डॉ राखी सिंह कटियार, छत्तीसगढ़ से रमाकांत वडारया, रविन्द्र कुकरेजा, हरियाणा से मदन साहनी, विनय कुमार, सरोजिनी चौधरी, वीणा अग्रवाल, डॉ प्रवीण शर्मा, सुधीर शर्मा, रेणु रतन मिश्रा, उत्तर प्रदेश से विनोद भृंग, मधु मिश्रा, डॉ रश्मि कुलश्रेष्ठ, डॉ राधा बिष्ट, प्रकाश गुप्ता, इटावा टाइम्स के संपादक श्री अतुल वीएन चतुर्वेदी, विनीता चतुर्वेदी, डॉ.दयावती शर्मा, लक्ष्मी कांत शर्मा, स्मृति श्रीवास्तव, विष्णु श्रीवास्तव,, उत्तराखंड से सुरेन्द्र कुमार सैनी, विमल बहुगुणा,नवीन शरण, श्री श्रीगोपाल नारसन, राकेश जुगराण तथा सुमन सैनी के नाम उल्लेखनीय हैं। समारोह के मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक होंगे जबकि अध्यक्षता प्रज्ञान पुरुष पंडित सुरेश नीरव द्वारा की जाएगी। इस अवसर पर उल्लेखनीय साहित्यिक सेवाओं के लिए साहित्यकारों को संस्था द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा।देवभूमि उत्तराखंड में इस साहित्यिक महोत्सव की आहट अभी से सुनाई देने लगी है।रुड़की के वरिष्ठ गीतकार सुरेंद्र कुमार सैनी की साहित्यिक यात्रा पर भी यह संस्था विशेषांक प्रकाशित कर चुकी है।सुरेंद्र कुमार सैनी का मानना है कि देवभूमि उत्तराखंड जिसे साहित्य सृजन की उर्वरा भूमि भी कहा जाता है, में कविताओं के फूल उत्तराखंड की फूलों की घाटी की तरह महकेंगे जिनकी खुशबू सुदूर देशों तक वर्चुअल माध्यम से जाएगी। (लेखक विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ के उपकुलपति है) ईएमएस / 09 नवम्बर 25