ज़रा हटके
15-Nov-2025
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वॉशिंगटन (ईएमएस)। कई स्किन लाइटनिंग क्रीम्स में मरकरी की मात्रा कानूनी सीमा से हजार गुना अधिक पाई गई है। यह वही जहरीला तत्व है जो किडनी, लिवर और नर्वस सिस्टम को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। यह खुलासा जीरो मरकरी वर्किंग ग्रुप (झेडएमडब्ल्यूजी) की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के कई देशों में ऑनलाइन बिकने वाली क्रीम्स में अवैध रूप से मरकरी मिलाया जा रहा है। जांच में शामिल 31 क्रीम्स में से 25 में मरकरी का स्तर 1 पार्ट पर मिलियन (पीपीएम) की तय सीमा से हजारों गुना ज्यादा पाया गया। भारत की संस्था टॉक्सिक्स लिंक ने भारत, पाकिस्तान और थाईलैंड में बनी 8 क्रीम्स की जांच की, जिनमें से 7 में मरकरी का स्तर 7331 पीपीएम से लेकर 27431 पीपीएम तक पाया गया। यह मात्रा इतनी अधिक है कि किसी व्यक्ति की जान भी जा सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, यूरोप और अमेरिका जैसे देशों में ऐसे उत्पाद बहुत कम हैं, क्योंकि वहां कानून बेहद सख्त हैं। जबकि भारत जैसे देशों में अनियंत्रित ऑनलाइन मार्केटप्लेस पर ये क्रीम्स धड़ल्ले से बिक रही हैं। 2023 से अब तक मरकरी वाली क्रीम्स के इस्तेमाल से कई लोगों में किडनी फेल्योर के मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र के अकोला जिले में एक ही परिवार की तीन महिलाओं की किडनी खराब होने का कारण भी ऐसी ही क्रीम्स बताई गई थीं। विशेषज्ञों का कहना है कि मरकरी एक हैवी मेटल है, जो त्वचा, लिवर और किडनी के लिए बेहद खतरनाक है। इसे क्रीम्स में इसलिए मिलाया जाता है क्योंकि यह मेलेनिन बनने की प्रक्रिया को रोक देता है। मेलेनिन त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाता है और उसका रंग निर्धारित करता है। मरकरी अस्थायी रूप से स्किन को गोरा दिखाता है, लेकिन धीरे-धीरे यह त्वचा की सुरक्षा परत को कमजोर कर देता है। इससे लालपन, खुजली, दाग-धब्बे, झुनझुनी और बाल झड़ने जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। लंबे समय तक मरकरी वाली क्रीम्स का इस्तेमाल नेफ्रोटिक सिंड्रोम जैसी बीमारियों को जन्म दे सकता है, जिससे किडनी फेल्योर, सिरदर्द, कंपन और नसों में सूजन हो सकती है। मरकरी त्वचा के जरिए शरीर में प्रवेश कर खून के माध्यम से अंगों तक पहुंच जाता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अनुसार, अगर किसी क्रीम के लेबल पर कोलोमेल, सिन्नाबारिस, हाइड्रागायरी आक्सीडम रुबरुम क्वीकसिल्वर, मरक्यूरीक लिखा है, तो उसमें मरकरी मौजूद होता है। ऐसी क्रीम्स से दूरी बनाना ही सुरक्षित है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि किसी भी स्किन प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से पहले डर्मेटोलॉजिस्ट से परामर्श लें और केवल प्रमाणित ब्रांड्स के उत्पादों का ही उपयोग करें। मालूम हो कि सुंदर और गोरी त्वचा पाने की चाहत में लोग तरह-तरह की स्किन लाइटनिंग क्रीम्स का इस्तेमाल करते हैं। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया पर बिकने वाली इन क्रीम्स के दावे भले ही आकर्षक हों, लेकिन हाल ही में आई एक रिपोर्ट ने इनके खतरनाक असर को उजागर किया है। सुदामा/ईएमएस 15 नवंबर 2025