कोरबा (ईएमएस) सार्वजनिक क्षेत्र के वृहद उपक्रम कोल् इंडिया की अनुसांगिक कंपनी एसईसीएल बिलासपुर के अधीन कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में स्थापित खुले मुहाने की गेवरा कोयला परियोजना अंतर्गत एसईसीएल की मेगा परियोजना गेवरा खदान से प्रभावित ग्राम भिलाई बाजार के माटीपुत्रो भू-विस्थापितो को सर्वमंगला नगर में बसाहट देने पर निर्णय लेने कमेटी का गठन किया जाएगा। इसमें प्रबंधन के अधिकारियों के साथ ग्राम प्रमुख शामिल होंगे। जानकारी के अनुसार कमेटी बनने के बाद सर्वमंगला नगर के डंपिंग यार्ड का निरीक्षण किया जाएगा। कुसमुंडा फोरलेन सड़क किनारे होने से ग्रामीणों ने बसाहट की मांग करी थी। एसईसीएल गेवरा एरिया प्रबंधन व ग्रामीणों के बीच बैठक में सहमति बनने के बाद ग्राम में ड्रोन सर्वे जारी है। 18 नवंबर को सर्वे का अंतिम दिन है। एसईसीएल के अधिग्रहित जमीन की परिसंपत्तियों का डिजिटल रिकॉर्ड रखने ड्रोन सर्वे कराया जा रहा है। भिलाई बाजार की 901 एकड़ जमीन का अधिग्रहण एसईसीएल ने कोयला खनन के लिए किया है। वहीं इस ग्राम के निकट स्थित ग्राम रलिया की 977 एकड़, ग्राम मुड़ियानार की 217 एकड़ जमीन का भी कोल कंपनी ने अधिग्रहण किया है। भिलाई बाजार में ग्रामीणों ने ड्रोन सर्वे का विरोध जताने पर एसईसीएल गेवरा एरिया के सभागार में प्रबंधन व ग्रामीणों के बीच बैठक हुई। इसमें बसाहट के लिए सर्वमंगला नगर के डंपिंग यार्ड के पास बसाने कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया है। कुसमुंडा फोरलेन सड़क किनारे है। त्रिपक्षीय वार्ता में बाता बिरदा की खाली जमीन पर बसाहट का सुझाव दिया गया था, जिस पर ग्रामीणों ने आपत्ति दर्ज कराई थी।