क्षेत्रीय
21-Nov-2025
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गुना (ईएमएस) | शिक्षा के द्वारा ही जीवन का विकास होता है। भाषा का ज्ञान और शिक्षा हमारे जीवन को उन्नत बनाती हैं। इसी मूल भावना को केंद्र में रखते हुए निर्यापक संत मुनिश्री योग सागरजी महाराज के सानिध्य में सकल दिगंबर जैन समाज द्वारा संचालित होने वाले जैन स्कूल का भव्य शिलान्यास समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुनिश्री ने शिक्षा और संस्कृति के संबंध पर अपने उद्गार व्यक्त किए। मुख्य शिलान्यास कर्ता के रूप में मुकेश कुमार शोभा मॉडल परिवार तथा अनिल कुमार, सुनील कुमार, नंदराम भागचंद परिवार द्वारा शिला स्थापना की गई। इसके साथ ही हजारों समाजबंधुओं और बाहर से आए अतिथियों ने अपनी क्षमता के अनुसार भूदान देकर इस शिक्षा मंदिर के निर्माण में सहभागिता निभाई। समारोह में उपस्थित हर व्यक्ति ने इस पुनीत कार्य को जीवन के अविस्मरणीय क्षणों में बताया। मुंबई निवासी प्रशांत कुमार ने भी पुण्य अर्जित करते हुए भवन निर्माण हेतु एक शिला स्थापित की। मॉडल परिवार, नंदराम भागचंद परिवार सहित समाज के हजारों श्रेष्ठियों ने अपने-अपने परिवार की ओर से शिला रखी। वहीं आशारानी महेन्द्र पांड्या परिवार और अजय कुमार धनरशिया (अजमेर) ने भी भूदान में योगदान देकर पुण्य अर्जित किया। उल्लेखनीय है कि 30 बीघा भूमि में विकसित हो रहे ‘वीरेन्द्र लोक’ में जैन स्कूल के साथ ही एक आधुनिक आयुर्वेद पुणार्य चिकित्सालय का निर्माण भी किया जाएगा। इस चिकित्सालय की पूरी बिल्डिंग को आधुनिक ढांचे में तैयार करने का पुण्याजन डॉ. वीरेन्द्र जैन, डॉ. अमित जैन, डॉ. जम्बू जैन और सुशीला जैन ने लिया, जिन्होंने मुनिश्री संघ से आशीर्वाद प्राप्त किया। समारोह में उपस्थित सभी मंदिरों के पदाधिकारीगण एवं सेवाभावी संगइनों ने भी अपनी-अपनी संस्था की ओर से एक-एक शिला स्थापित कर यथोचित भूदान में सहभागिता निभाई। कार्यक्रम का संचालन धीरज भैया द्वारा गरिमापूर्ण तरीके से किया गया। इस अवसर पर अपने प्रवचन में मुनिश्री योग सागरजी महाराज ने वर्तमान शिक्षा पद्धति की दिशा पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रणाली भारतीय संस्कृति को पाश्चात्य प्रभाव की ओर ले जा रही है, जबकि स्वतंत्रता पूर्व भारत में 7,32,000 गुरुकुल थे। उन्होंने बताया कि मैकाले द्वारा भारतीय शिक्षा प्रणाली को तहस–नहस कर गुरुकुल परंपरा को समाप्त किया गया और भारतीय संस्कृति के साथ छेड़छाड़ की गई। मुनिश्री ने कहा कि आज पुन: ऐसी शिक्षा पद्धति लागू करने की आवश्यकता है जो बच्चों को धार्मिक, संस्कारवान और चरित्रवान बनाती हो। उन्होंने गुनावासियों द्वारा जैन स्कूल के शिलान्यास को अत्यंत सराहनीय कदम बताते हुए कहा कि समाज के उत्साह और सहयोग से यह कार्य शीघ्र ही पूर्ण होगा। दो दिवसीय वार्षिक विमानोत्सव आज से समारोह के दौरान प्रबंधकारिणी समिति ने जानकारी दी कि 22 नवंबर से दो दिवसीय वार्षिक विमानोत्सव का शुभारंभ होगा। रजत रथ में श्रीजी को विराजमान कर यह विमान पाश्र्वनाथ बड़ा जैन मंदिर से आरंभ होकर चौधरी मोहल्ला, पंडाजी चौराहा, बताशा गली, निचला बाजार, सदर बाजार, जयस्तंभ चौराहा और बीजी रोड से होते हुए नसियांजी पहुंचेगा, जहां मुनिश्री संघ के सानिध्य में भगवान की शांतिधारा, अभिषेक, फूलमाल सहित अन्य धार्मिक क्रियाएं संपन्न होंगी। सीताराम नाटानी/21नवंबर2025