- मारुति ने किया समर्थन, जेएसडब्ल्यू एमजी ने जताई आपत्ति नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत में आने वाले सीएएफई-3 नार्म्स के मसौदे को लेकर ऑटो इंडस्ट्री में बहस तेज हो गई है। मारुति सुज़ुकी ने छोटे पेट्रोल कार मॉडल्स (909 किलोग्राम से कम) को छूट देने का प्रस्ताव समर्थन किया है, जबकि जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर्स ने इसे केवल एक मैन्युफैक्चरर को लाभ पहुंचाने वाला बताया है। सीएएफई (कारपोरेट एवरेज फयूल इफिसिएंसी) नॉर्म्स कार निर्माता कंपनियों के पूरे बेड़े की औसत ईंधन दक्षता और CO उत्सर्जन निर्धारित करते हैं। इसे भारत में ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी तैयार करता है। सीएएफई-3 नॉर्म्स वित्त वर्ष 28– वित्त वर्ष 32 के लिए लागू होंगे और इसका पहला ड्राफ्ट जून 2024 में जारी किया गया। मारुति सुज़ुकी ने ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी से छोटे पेट्रोल मॉडल्स के लिए वजन-आधारित छूट की मांग की। उनका तर्क है कि यह वैज्ञानिक और ग्लोबल प्रैक्टिस के अनुरूप है। चीन, अमेरिका, जापान और साउथ कोरिया जैसी देशों में छोटे मॉडलों को छूट दी जाती है। यह कदम कंपनियों को CO उत्सर्जन मानक पूरा करने में मदद करेगा और राष्ट्रीय हित में है। छोटी कारों को छूट देना उद्योग में लाभ को असमान बना सकता है और सुरक्षा मानकों को कमजोर कर सकता है। वहीं मारुति का तर्क है कि यह कदम औसत उत्सर्जन कम करने और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार छोटे मॉडलों को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है। सतीश मोरे/26नवंबर ---