भिलाई (ईएमएस)। पिछले पच्चीस सालों में दुर्ग जिले के किसानों ने अभूतपूर्व तरक्की की है। वे खेती किसानी में नये-नये टेक्नॉलाजी का उपयोग कर जहां फसलों औरसब्जियों का रकबा बढाया है वहीं अपनी आमदनी कई गुना कर आर्थिक रूप सेसुद्ढ हुए है और अन्य कई जिलों व प्रदेशके किसानों के लिए एक मिसाल बनेहै। यही कारण है कि दुर्ग जिलें में दिगर प्रांत के किसाना व खेतीबाडी सेजुडे कई दल यहां आकर खेतीकिसानी की नई नई तकनीक को जानकर अपने यहां भी वेपैदावार बढा रहे है और वे भी अपनी आर्थिक स्थिति सुधार रहे है। दुर्ग जिले के कृषि विभाग ने विगत पच्चीस वर्षों में कृषि क्षेत्र मेंअभूतपूर्व सफलता हासिल की है, जिससे किसानों का जीवन स्तर और जिले कीकृषि अर्थव्यवस्था सुदृढ़ हुई है। वर्ष 2025 में, विभाग ने खरीफ और रबीफसलों के क्षेत्राच्छादन में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। खरीफ फसल काक्षेत्राच्छादन 146276 हेक्टेयर तक पहुँच गया है, जो विगत 25 वर्षों कीतुलना में 4 प्रतिशत (5046 हे.) अधिक है, जबकि रबी फसल का क्षेत्राच्छादन53660 हेक्टेयर रहा, जिसमें 8 प्रतिशत (3700 हे.) की वृद्धि हुई है।उत्पादन के मोर्चे पर भी जिले का शानदार प्रदर्शन रहा। खरीफ फसल उत्पादन720 हजार मीट्रिक टन (53 प्रतिशत अधिक) और रबी उत्पादन 84 हजार मीट्रिकटन (43 प्रतिशत अधिक) दर्ज की गयी। यह असाधारण उपलब्धि मुख्य रूप सेउत्पादकता में सुधार के कारण संभव हुई है, जहाँ खरीफ उत्पादकता 4922किग्रा/हेक्ट. (48: अधिक) और रबी उत्पादकता 1565 किग्रा/हेक्ट. (34प्रतिशत अधिक) रही है। विभाग की पहल से फसल सघनता भी बढ़कर 133 प्रतिशतहो गई है, जो विगत 25 वर्षों की तुलना में 9 प्रतिशत अधिक है। इस प्रगतिको सुनिश्चित करने के लिए विभाग ने किसानों को आवश्यक कृषि आदानों कीउपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया है। वर्ष 2025 में 50762 क्विंटल बीजवितरित किया गया, जो विगत 25 वर्षों की तुलना में 58 प्रतिशत अधिक है, और89632 मीट्रिक टन उर्वरकों का वितरण किया गया, जिसमें 45 प्रतिशत कीवृद्धि दर्ज की गई। इसके अतिरिक्त, विभाग ने बीज उत्पादन को भीप्रोत्साहन दिया है; खरीफ में 76764 क्विंटल और रबी में 9026 क्विंटल बीजका उत्पादन किया गया है, जो विगत 25 वर्षों की तुलना में क्रमश: 7075क्विंटल और 1750 क्विंटल अधिक है। यह सुनिश्चित किया गया कि किसान भाइयोंको स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण बीज मिलें। विभागीय योजनाओं केअंतर्गत, वर्ष 2025 में 106659 कृषकों को लाभान्वित किया गया, यह संख्यापिछले 25 वर्षों की तुलना में लगभग दस गुना अधिक है, जिससे पता चलता हैकि सरकारी सहायता की पहुँच अब व्यापक हो गई है। जिले के किसानों केआर्थिक सशक्तिकरण में केंद्र और राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी एवं कृषकहितैषी योजनाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रधानमंत्री किसानसम्मान निधि योजना के तहत, जिले के 80230 कृषकों को 340.24 करोड़ रूपए कीसम्मान निधि का भुगतान किया गया है। यह राशि शत-प्रतिशत आधार प्रमाणीकरणऔर भूमि सत्यापन के बाद सीधे आधार से जुड़े बैंक खाते में भेजी गई है,जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित हुई है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना केमाध्यम से, 285995 कृषकों को 482.18 करोड़ रूपए का फसल क्षति दावा भुगतानकिया गया है। यहाँ, बीमा इकाई ग्राम स्तर पर मोबाइल ऐप से फसल कटाईप्रयोग किए जाते हैं, जो दावा भुगतान प्रक्रिया को पूरी तरह से स्वचालितऔर तेज बनाते हैं। इसके साथ ही, कृषक उन्नति योजना के तहत, वर्ष 2023-24और 2024-25 में कुल 212430 कृषकों को 998.48 करोड़ रूपए की विशाल राशिआदान सहायता के रूप में प्रदान की गई है। ईएमएस / 27/11/2025