* 2023–24 में 13.58 लाख सैलानियों ने किया दीदार, स्थानीय रोजगार और अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ अहमदाबाद (ईएमएस)| श्री कृष्ण नगरी द्वारका से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित शिवराजपुर समुद्र तट अपनी अनूठी विशेषताओं के कारण अंतरराष्ट्रीय फलक पर चमक उठा है। यह बीच स्थानीय एवं अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। वर्ष 2023 और 2024 में 13 लाख 58 हजार से अधिक सैलानी शिवराजपुर बीच को देखने के लिए पहुंचे। इस प्रकार स्थानीय रोजगार को प्रोत्साहन देकर गुजरात का पर्यटन क्षेत्र राज्य के आर्थिक विकास में उल्लेखनीय योगदान दे रहा है और राज्य की विविधतापूर्ण सांस्कृतिक विरासत को उजागर करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गुजरात पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (टीसीजीएल) के अनुसार, वर्ष 2023 में 6,78,647 और 2024 में 6,80,325 पर्यटकों ने शिवराजपुर समुद्र तट के दीदार किए। 2020 में ब्लू फ्लैग प्रमाणन प्राप्त होने के बाद शिवराजपुर बीच गुजरात का पहला ब्लू फ्लैग बीच बन गया है। यह प्रमाण पत्र पानी की गुणवत्ता, पर्यावरण संरक्षण, सुरक्षा और सेवाओं सहित कुल 32 मानकों के आधार पर दिया जाता है। यहां स्कूबा डाइविंग, बोटिंग और जेट स्कीइंग जैसी स्पोर्ट्स गतिविधियों की सुविधाएं भी उपलब्ध है। शिवराजपुर की सफलता ‘देखो अपना देश’ पहल के साथ सुसंगत है। इस पहल की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जनवरी, 2020 में की थी, जिसका उद्देश्य पांच श्रेणियों के अंतर्गत घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देना है। इन पांच श्रेणियों में आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं विरासत, प्रकृति एवं वन्यजीव, एडवेंचर और अन्य शामिल हैं। इस देशव्यापी अभियान को आगे बढ़ाने में शिवराजपुर समुद्र तट का महत्वपूर्ण योगदान है। राज्य सरकार ने इस क्षेत्र में पर्यटन और स्थानीय आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कुछ बड़ी पहलें भी शुरू की हैं। क्षेत्र-विशिष्ट निवेश आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस (वीजीआरसी) का आयोजन किया जा रहा है। इस कॉन्फ्रेंस का दूसरा संस्करण 8-9 जनवरी को राजकोट में आयोजित होगा, जो कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र पर केंद्रित होगा। इस कॉन्फ्रेंस में शिवराजपुर जैसे पर्यटन आकर्षणों को उजागर किया जाएगा, जो दर्शाता है कि राज्य प्राकृतिक संसाधनों और सांस्कृतिक विरासत का योजनाबद्ध तरीके से उपयोग करके ‘विकसित गुजरात@2047’ से ‘विकसित भारत@2047’ के लक्य् को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है। सतीश/28 नवंबर