राष्ट्रीय
01-Dec-2025


लखनऊ (ईएमएस)। दिल्ली ब्लास्ट की मास्टरमाइंड डॉ. शाहीन के घर पर सोमवार को एनआईए (नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेन्सी) की टीम ने छापेमारी की। इस दौरान एटीएस भी मौजूद रही। टीम ने शाहीन के पिता और भाई से पांच घंटे तक पूछताछ की। डिजिटल उपकरण समेत अन्य दस्तावेज जब्त कर लिए। इस दौरान पूरे मोहल्ले में पुलिस का सख्त पहरा रहा। टीम घर के अंदर दरवाजा बंद कर पूछताछ करती रही जबकि बाहर पुलिस तैनात रही। लखनऊ के अलावा टीम ने जम्मू कश्मीर में भी 9 जगहों पर छापेमारी की। सोमवार की सुबह एटीएस के साथ एनआईए की टीम लखनऊ के लालबाग स्थित खंदारी बाजार पहुंची। यहां पर डॉ. शाहीन का घर है। शाहीन के पिता सईद अंसारी और उनका बड़ा बेटा शोएब इसी घर में रहते हैं। काफी देर तक एनआईए की टीम ने शाहीन के पिता और बड़े भाई से पूछताछ की। टीम सुबह से करीब दोपहर 11ः45 तक दोनों से पूछताछ करती रही। कार्रवाई के दौरान पूरे इलाके में हलचल रही। टीम ने करीब 5 घंटे तक छापेमारी की। टीम में एक महिला अफसर समेत करीब 10 लोग शामिल थे। टीम के बाहर निकलते समय मीडिया ने अफसरों से रेड के बारे में पूछताछ की, लेकिन कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ। कुछ ही देर में अफसर कार में बैठकर निकल गए। इससे पहले जम्मू कश्मीर पुलिस और एटीएस की टीम ने 11 नवंबर को भी शाहीन के घर छापेमारी की थी। 20 दिन बाद एएनआई की टीम रेड डालने पहुंची। छापेमारी के बाद शाहीन के पिता ने अंदर से घर का दरवाजा बंद कर लिया था। उन्होंने घर से बाहर निकलना तक बंद कर दिया था। उनका कहना था कि बेटी ऐसा कुछ कर रही है, इस पर विश्वास नहीं हो रहा है। उस दौरान भी पुलिस ने डॉ. शाहीन के घर के आसपास पहरा बैठा दिया था। वहां पर किसी भी तरह के वाहनों के आने जाने व लोगों के निकलने पर पाबंदी लगा दी थी। सोमवार की छापमारी के बाद भी घर के सदस्यों ने टीम के जाते ही दरवाजा बंद कर लिया। वहीं चर्चा थी कि एनआईए की टीम अपने साथ डॉ. शाहीन को भी लेकर लखनऊ आई थी, टीम उसे लेकर उसके घर नहीं गई। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई। विदित हो कि दिल्ली ब्लास्ट की मास्टरमाइंड शाहीन फरीदाबाद से गिरफ्तार हुई थी। वह डॉ. मुजम्मिल शकील की करीबी है। गिरफ्तारी के दौरान उसकी का से एके-47 भी मिलने का दावा किया गया था। जांच एजेंसियां लखनऊ में शाहीन के भाई डॉ. परवेज के घर में भी छापमारी कर चुकी हैं। परवेज शहर के एक निजी मेडिकल कॉलेज में अस्सिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात था। जितेन्द्र 01 दिसम्बर 2025