पूर्वी सिंहभूमईएमएस)।शहर में ठंड बढ़ती जा रही है। इससे इंसान के साथ जानवर भी परेशान हैं। चिड़ियाघर में ठंड को देखते हुए पशु-पक्षियों की डाइट और उनकी देखभाल में बदलाव किए गए हैं।टाटा जू के डायरेक्टर नईम अख्तर ने बताया कि जानवरों को बाड़े के आगे हीटर लगाए गए हैं, वहीं, पक्षियों को गर्मी का अहसास कराने के लिए विशेष किस्म के बल्ब लगाए गए हैं। उन्हें स्वस्थ और ऊर्जावान बनाए रखने के लिए कई तरह के विटामिन और पौष्टिक भोजन दिए जा रहे हैं। बाघ, शेर, चीता के बाड़े में छत से ओस और ठंडी हवाओं को रोकने के लिए ग्रीन शीट लगाई गई है। हिरण को दिए जाने वाले भोजन में गुड़ मिलाया जा रहा है।शेर और बाघ को वसा युक्त मांस दिया जा रहा है। इसकी मात्रा भी बढ़ा दी गई है। इसके अलावा सभी चिड़ियों के खाने में पौष्टिक वस्तुएं दी जा रही हैं। हिरण के लिए जमीन पर पुआल बिछाई गई है, ताकि उन्हें जमीन की ठंडक महसूस न हो। भोजन में भी बदलाव किए गए हैं। सर्दी के मौसम में शाकाहारी-मांसाहारी जानवरों के खाने-पीने का विशेष ध्यान रखा जाता है। शाकाहारी जानवरों के लिए साग, सब्जी और फल की मात्रा बढ़ाई गई है। वहीं, मांसाहारी पशुओं के खाने की मात्रा बढ़ाई गई है। पक्षियों को पानी के साथ मल्टी विटामिन दिया जा रहा है। रात में जानवरों को सीधे-सीधे ठंडी हवा से बचाने के लिए ये सारे उपाय किए जा रहे हैं। सुबह उन्हें धूप की गर्माहट मिल सके, इसके लिए उन्हें सुबह पिंजरे से निकाला जाता है। पशु पक्षियों के भोजन में बदलाव के साथ ही ठंड से बचाव के सभी इंतजाम किए गए हैं। रात में विशेष तौर पर उनके आराम के लिए हीटर, पक्षियों के पिंजरे में विशेष बल्ब का प्रयोग किया गया है, ताकि उन्हें दिक्कत न हो। कर्मवीर सिंह/01दिसंबर/25