क्षेत्रीय
01-Dec-2025


पूर्वी सिंहभूम(ईएमएस)।एचआईवी मरीज यदि नियमित रूप से अपनी दवाइयों का सेवन करें और अच्छी डाइट के साथ व्यायाम करें तो एक सामान्य मनुष्य की आयु जी सकते हैं। ये बातें एमजीएम के एआरटी सेंटर के मेडिकल ऑफिसर डॉ. पीएन मिश्रा ने कहीं। उन्होंने बताया कि पहले की अपेक्षा जागरूकता बढ़ी है, इसलिए न सिर्फ ज्यादा लोग अपनी जांच कराने पहुंचते हैं, बल्कि इससे बचाव को सुरक्षात्मक तरीके भी अपनाने लगे हैं। यह भी कहा कि लोगों को मालूम है कि यह सिर्फ एक कारण से नहीं, बल्कि कई कारणों से फैल सकता है। इसलिए जहां पहले लोग मुंह ढंक कर जांच कराने आते थे, अब खुलकर सामने आते हैं।डॉ. मिश्रा ने बताया कि सीडी-4 एक ऐसा सेल है, जो हमारी इम्युनिटी को बढ़ाता है। सामान्य रूप से एक स्वस्थ मनुष्य में इसकी संख्या 500 से 1500 होती है, लेकिन एचआईवी मरीजों में यह संख्या 500 से घट जाती है। इसके लिए एचआरटी सेंटर के माध्यम से मुफ्त दवा दी जाती है। दवाइयों के नियमित सेवन और डॉक्टरों का सुझाव माना जाए तो यह संख्य 200 से ऊपर बनी रहेगी और व्यक्ति सामान्य जीवन व्यतीत कर सकता है। ध्यान नहीं देने पर यह संख्या 200 से कम हो जाती है और बीमारियां घेरने लगती हैं। इसके बाद इस स्थिति को एड्स मान लिया जाता है। टीएमएच के चर्म रोग विभाग के डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि वर्ल्ड एड्स डे एचआईवी के बारे में जागरूकता बढ़ाता है और पीड़ितों को सम्मान देने की बात करता है। एक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम(एड्स) ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस(एचआईवी) की वजह से इम्यून सिस्टम को हुए ज्यादा नुकसान का नतीजा है, जो शरीर दे संक्रमण और बीमारियों से लड़ने की क्षमता को कम कर देता है। उनके अनुसार, 2023 तक दुनिया भर में लगभग 39.9 मिलियन लोग एचआईवी के साथ जी रहे थे, जिनमें से 65 फीसदी अफ्रीकी इलाके में थे। लाल रिबन एचआईवी या एड्स के साथ जी रहे लोगों के साथ एकजुटता का ग्लोबल सिंबल बना हुआ है। छूने या पसीने से नहीं फैलता एचआईवी यह बीमारी सीमेन, विजाइनल फ्लूइड, खराब सुई, इन्फेक्टेड खून और प्रेग्नेंसी, डिलीवरी या ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान मां से बच्चे में फैल3 सकती है। एचआईवी पसीने, लार, आंसू, हवा, छूने या शेयर किए गए बर्तनों से नहीं फैलता है। कर्मवीर सिंह/01दिसंबर/25