रिश्तों पर पड़ी धूल क़ो साफ कीजिये रिश्तों क़ो बिखरने मत दीजिये। हमेशा अपने ही साथ देते हैं रिश्तों क़ो बचाईए। आज छोटी छोटी बातों के लिए रिश्ते मत तोडीए। अक्सर देखा गया है कि आज लोग खुनी रिश्तों क़ो तोड़ रहे हैं और आभासी दुनिया के साथ रिश्ते जोड़ रहे हैं। अपनों क़ो इग्नोर कर रहे हैं रिश्तों क़ो पैसे से जोड़ा जा रहा है लेकिन पैसा ही सब कुछ नहीं होता मगर आज रिश्ते तराजू पर तोले जाते है अगर कोई गरीब है तो उसके साथ भेदभाव किया जाता है। सगे व खुनी रिश्ते हर दुःख सुख में काम आते हैं जबकि गैर लोग रिश्तों क़ो तोड़ने का काम करते हैं इसलिए खुनी रिश्तों क़ो मत तोड़ो। गिले शिकवे खत्म करने चाहिए ताकि रिश्ते बरकरार रहे।। रिश्ते तोडना आसान है लेकिन जोड़ना मुश्किल है। आभासी दुनिया के दोस्त मतलबी होते हैं। जीवन में हम अनेक सुख-दुख देखते है,परन्तु क्या हमने किसी और के लिए कुछ करने के बाद सच्चे सुख की अनुभूति की है दूसरों को अपनी सामथ्र्य के अनुसार दीजिए ,खासकर उन्हे जो अनेक चीजों से वंचित ही रहे या जिन्हे दुख के सिवाय कुछ भी नहीं मिला। आप महसूस करेगें कि परोपकार का काम करने के बाद आपके होंठों पर आई मुस्कराहट दुनियाभर की दौलत से भी मंहगी होगी। आधुनिक युग में जीवन मूल्यों में गिरावट समाज में विष घोल कुंठा उत्पन्न कर रही है तनिक लाभ के लिए लोग अपना जमीर बेच रहे हैं। आज अपने ही अपनों के दुश्मन बन गए है जर,जोरु,जमीन ही सर्वोपरी हो गया है। बच्चों के मन में बिष घोला जा रहा है। जीवन के कुछ अटल सत्य है कि रात के बाद दिन का उजाला जरुर होगा। सुर्य उदय के बाद अस्त होगा। जवानी के बाद बुढ़ापा भी सबको आएगा। दुनिया में एक सच्चाई सिर्फ मौत ही है बाकि तो लोग झूठ-फरेब के बल पर चल रहे है। मगर झूठ के पांव नहीं होते सच्चाई की हमेशा जीत होती है। भाग्य बदलते देर नहीं लगती वक्त एक जैसा नहीं रहता इसलिए कभी किसी का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए। कभी-कभी खोटे सिक्के भी कोहिनूर के हीरे बन जाते है। ईएमएस / 04 दिसम्बर 25