लेख
06-Dec-2025
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दुनिया में कोई भी अमर नहीं रहता क्योंकि दुनिया में जो आया है उसे एक दिन दुनिया से रुख्स्त होना पड़ेगा यह अटल सच है । मौत एक अटल सच्चाई है चाहे राजा हो या रंक किसी को नहीं छोड़ती मौत कभी भेदभाव नहीं करती।जीवन में अच्छे कर्म करो ताकि मौत के बाद भी समाज याद करता रहे। जिंदगी का कारवां धीरे धीरे गुजर रहा है बुरे कर्म छोड़ कीजिए अच्छे कर्म कीजिए ।मानव जीवन अनमोल हैं।आधुनिक मानव माया के मायाजाल में पागल चुका है दिन रात माया के पीछे भाग रहा है। मानव अकूत माया इकक्ठी करने के चक्कर में अपना जमीर बेच रहा है। संवेदनहीन हो गया है संवेदनाएं मर चुकी हंै।खून के रिष्ते टूट रहे हैं खत्म होते जा रहे हैं। दूरियां व फासले बढ़ते ही जा रहे हैं।रिष्तों का व्याकरण बदलता जा रहा है चंद स्वार्थों के लिए रिष्तों को तोडा़ जा रहा है। मानव आज इंटरनेट की दुनिया में अति व्यस्त हो गया है उसे कोई चिंता नहीं है कि कौन जी रहा कौन मर रहा है किसी से कोई सरोकार नहीं है।मानव ताउम्र बुरे कर्म करता रहता है लेकिन अंतिम पड़ाव पर जब पहुंचता है तब अपने कर्मो का प्रायष्चित करता है। लालच व मोहमाया के चक्कर में रिष्तों का कत्लेआम कर रहा है। जर,जोरु जमीन के लिए खून बहा रहा है।नैतिक मूल्यों का पतन होता जा रहा है यह पतन की पराकाश्ठा है।,संस्कारों का जनाजा निकाला जा रहा है। इसलिए किसी का बुरा मत कीजिए बल्कि अच्छा कीजिए। मानव जीवन दुर्लभ है मानव जीवन एक बार ही मिलता है ईएमएस / 06 / 12 / 2025