फाइनल में गुरु विश्वनाथन आनंद को दी मात येरुशलम (ईएमएस)। इजराइल में चल रहे येरुशलम मास्टर्स शतरंज टूर्नामेंट में भारत के शीर्ष खिलाड़ी अर्जुन एरीगैसी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताब अपने नाम कर लिया। यह जीत इसलिए भी ऐतिहासिक बन गई क्योंकि फाइनल मुकाबला पांच बार के विश्व चैंपियन और अर्जुन के गुरु विश्वनाथन आनंद के खिलाफ था। लंबे समय से भारतीय शतरंज में प्रेरणा माने जाने वाले आनंद के सामने पहली बार किसी बड़े टूर्नामेंट के फाइनल में उतरना अर्जुन के लिए भावनात्मक पल था, और उन्होंने शांत और सधे हुए खेल के साथ इस चुनौती को शानदार तरीके से पूरा किया। फाइनल मुकाबला बेस्ट ऑफ टू रैपिड फॉर्मेट में खेला गया। दोनों खिलाड़ियों के बीच 10-10 मिनट के दो रैपिड मैच खेले गए, जो कड़े संघर्ष के बाद ड्रॉ रहे। पहले मैच में आनंद जीत के बेहद करीब थे, लेकिन समय की कमी के चलते वे बढ़त को निर्णायक जीत में नहीं बदल पाए। अर्जुन ने दबाव में मजबूत बचाव करते हुए मुकाबले को संतुलन में बनाए रखा। दूसरे रैपिड गेम में भी दोनों ने सतर्क और रणनीतिक खेल दिखाया, जिसके चलते रोमांच टाईब्रेक तक पहुंच गया। टाईब्रेक के ब्लिट्ज मुकाबलों में अर्जुन का खेल और तेज चमका। 3-3 मिनट के दो ब्लिट्ज गेम में उन्होंने पहला मुकाबला जीत लिया और दूसरे को ड्रॉ करते हुए 1.5-0.5 की बढ़त के साथ खिताब अपने नाम कर लिया। यह जीत अर्जुन के लिए न सिर्फ करियर की बड़ी उपलब्धि है बल्कि विश्व कप में मिली निराशा के बाद एक मजबूत वापसी भी है। तीसरे स्थान के लिए हुए मैच में रूस के पीटर स्वीडलर ने यान नेपोमनिशी को हराया। पुरस्कार राशि में अर्जुन को 55 हजार डॉलर, आनंद को 35 हजार डॉलर, स्वीडलर को 20 हजार डॉलर और नेपोमनिशी को 12 हजार डॉलर मिले। इस विजय को भारतीय शतरंज के लिए गर्व का क्षण माना जा रहा है। डेविड/ईएमएस 06 दिसंबर 2025