:: प्राचीन दुर्लभ भारतीय मुद्राओं पर व्याख्यान देंगे गिरीश शर्मा आदित्य; मिलेगा जीवन गौरव सम्मान :: इंदौर (ईएमएस)। इंदौर के वरिष्ठ मुद्रा शास्त्री गिरीश शर्मा आदित्य को देश की सबसे पुरानी मुद्रा संस्था न्यू मिस्मेटिक सोसायटी ऑफ इंडिया, वाराणसी के 107वें वार्षिक अधिवेशन में व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह दो दिवसीय अधिवेशन 11 और 12 दिसम्बर को तेलंगाना के हैदराबाद महानगर में तेलंगाना सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ हेरिटेज की मेजबानी में आयोजित होगा। राष्ट्रीय मुद्रा परिषद के संयोजक और मुद्रा शोध न्यास के ट्रस्टी गिरीश शर्मा आदित्य को इस प्रतिष्ठित मंच पर प्राचीन दुर्लभ भारतीय मुद्राओं पर व्याख्यान देने हेतु आमंत्रित किया गया है। उनके पास भारतीय प्राचीन मुद्राओं का 1.50 लाख से अधिक का विराट संग्रह है। इस अधिवेशन में उन्हें उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए जीवन गौरव सम्मान से भी सम्मानित किया जाएगा। हाल ही में उन्हें कोटा में लीजेंड ऑफ इंडिया तथा मुंबई में ख्याल संस्था की ओर से एक लाख रुपए का नकद पुरस्कार भी मिल चुका है। वे हैदराबाद के लिए प्रस्थित हो चुके हैं। अधिवेशन का शुभारंभ तेलंगाना के उप-मुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्क मल्लू के मुख्य आतिथ्य और संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जुपल्ली कृष्णराव के विशेष आतिथ्य में होगा। इसमें देश के अनेक प्रमुख विद्वानों को आमंत्रित किया गया है। अधिवेशन में तेलंगाना के मुख्य सचिव जयेश रंजन (आईएएस), परिषद अध्यक्ष डॉ. राजा रेड्डी, महासचिव डॉ. पीएन सिंह तथा प्रो. बिंदा दत्ता तरैया परांजपे जैसे वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। प्रकाश/10 दिसम्बर 2025 संलग्न चित्र : वरिष्ठ मुद्रा शास्त्री गिरीश शर्मा आदित्य