नागपुर, (ईएमएस)। मुंबई और ठाणे महानगरपालिका के होने वाले चुनाव में भाजपा और शिवसेना (शिंदे) 100 प्रतिशत मिलकर लड़ेगा, और राज्य की बाकी महानगरपालिकाओं में सीट शेयरिंग और गठबंधन पर आखिरी फैसला लेने के लिए हर महानगरपालिका स्तर पर 4-5 बड़े नेताओं की एक समन्वय समिति बनाई जाएगी, यह घोषणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण ने शुक्रवार को नागपुर में की। दरअसल यह फैसला गुरुवार रात उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के देवगिरी बंगले पर हुई बैठक में लिया गया। रवींद्र चव्हाण ने कहा, मुंबई और ठाणे जैसी बड़ी महानगरपालिका में 100 प्रतिशत महायुति होगा। जबकि दूसरी जगहों पर स्थानीय स्तर पर 4-5 नेताओं की एक समन्वय समिति बनाई जाएगी। यह समिति महायुति और सीट शेयरिंग पर शुरुआती बातचीत करेगी, जबकि आखिरी फैसला शीर्ष स्तर पर लिया जाएगा, यानी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार लेंगे। उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई वाली महायुति सरकार जनता के हित को प्राथमिकता देती है। राजनीति में दुश्मनी हमेशा नहीं रहती, दोस्ती कभी भी हो सकती है। इसलिए, लोगों के हित से आगे दूसरी बातों पर ध्यान देने की ज़रूरत नहीं है। महायुति में शिवसेना (शिंदे), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार), आरपीआई (आठवले) समेत सभी घटक दल शामिल हैं। इसलिए, हर महानगरपालिका में सभी दलों के नेताओं की एक समन्वय समिति बनाई जाएगी और स्थानीय स्तर पर फैसले लेने की प्रक्रिया लागू की जाएगी।” राज्य में कुल 29 महानगरपालिकाओं के चुनाव होने वाले हैं। चव्हाण ने यह भी बताया, “स्थानीय हालात हर दिन बदलते हैं। पहले और अभी के हालात अलग हैं। इसलिए, समन्वय समिति शुरुआती चर्चा करेगी और वरिष्ठ नेता आखिरी फैसला लेंगे।” उन्होंने यह भी भरोसा जताया कि अगर महायुति मिलकर लड़ता है, तो लोगों में एक अच्छा संदेश जाएगा और विकास के कामों को गति मिलेगी। संजय/संतोष झा- १२ दिसंबर/२०२५/ईएमएस