- फर्जी वेबसाइटों से धोखाधड़ी का जाल भोपाल (ईएमएस)। डिजिटल दौर में जितनी तेजी से तकनीक आम लोगों की जिंदगी आसान बना रही है, उतनी ही तेजी से साइबर ठग भी उसी तकनीक का दुरुपयोग कर लोगों की मेहनत की कमाई पर डाका डाल रहे हैं। अब इन ठगों ने ठगी का नया हथियार खोज लिया है। सरकारी नीतियों और योजनाओं के जाल में फंसाकर लोगों से ठगी की जा रही है। दरअसल, देश में फर्जी वेबसाइटों और धोखाधड़ी वाले निवेश प्लेटफॉर्मों का जाल तेजी से फैल रहा है। इन साइटों पर न सिर्फ सरकारी नीतियों का फर्जी प्रचार किया जा रहा है, बल्कि केंद्रीय मंत्रियों, सेलिब्रिटी और वरिष्ठ पत्रकारों के नाम पर झूठे इंटरव्यू और नकली बयान तैयार किए जा रहे हैं। ताजा मामला एक ऐसी वेबसाइट का है, जिसने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम से एक फर्जी इंटरव्यू प्रकाशित किया और दावा किया कि भारत सरकार टैक्स वापस कर रही है, हर नागरिक को 2.5 लाख रुपये महीना मिलेगा। स्क्रीनशॉट में यह खबर इंडिया टुडे की स्टाइल में डिजाइन की गई है, ताकि पाठकों को लगे कि यह असली समाचार है। फर्जी खबर में टीवी एंकर नविका कुमार का नाम इस्तेमाल कर दिखाया गया कि वह लाइव इंटरव्यू में इस योजना में पैसे निवेश कर रही हैं, ताकि पढऩे वाले को लगे कि यह योजना असली है। फर्जी वेबसाइट का दावा है कि भारत सरकार टैक्स का पैसा वापस करेगी। नागरिकों को हर महीने 2.5 लाख रुपये मिलने लगेंगे। इसके लिए क्वांटम एआई नाम की एक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। सिर्फ 21,000 रुपया कर देने पर हर महीने लाखों रूपये कमाए जा सकते हैं। इसे सरकारी प्रोजेक्ट बताया गया है। कहा गया कि यह आरबीआई और भारतीय सरकार द्वारा गारंटीड है। ये सभी दावे 100 फीसदी फर्जी व गैरकानूनी हैं और धोखाधड़ी के दायरे में आते हैं। इस तरफ झांसे में आते हैं लोग लोगों को फंसाने के लिए ऐसी फर्जी वेबसाइट डिजाइन की जाती है, जो असली लगे। असली न्यूज वेबसाइट जैसा डिजाइन बनाकर लोगों को भ्रमित करते हैं। बड़े नेताओं या मंत्रियों के नाम से फर्जी कोट्स जोड़ देते हैं। सरकारी योजना जैसा दिखाकर पैसे जमा कराने का दबाव बनाते हैं। सीमित सीटें, अभी रजिस्टर करें जैसी भाषा से लोगों को जल्दी निर्णय लेने पर मजबूर करते हैं। नकली एआई ट्रेडिंग स्कीम, क्रिप्टो स्कैम, लॉटरी स्कैम के जरिए पैसे ठगते हैं। कई वेबसाइटें पीएम इकोनोमिक बूस्टर स्कीम नाम से झूव दावा करती हैं कि पीएम ने हर नागरिक के खाते में 1 लाख रु भेजने का आदेश दिया है। लोगों से 5,000 रजिस्ट्रेशन चार्ज, आधार कार्ड, बैंक डिटेल मांगी जाती है। सरकार ने साफ किया है कि ऐसी कोई स्कीम नहीं है। पोस्ट फैलाए जाते हैं कि अमिताभबच्चन ने बिटक्वाइन इरा और एआई ट्रेडर प्रो जैसी स्कीम में निवेश कर करोड़ों कमाए। इनमें उनकी फर्जी एआई आवाज और मॉर्फ वीडियो शामिल होते हैं। अमिताभ की लीगल टीम ने इन्हें हटाने के लिए नोटिस भेजे हैं। धोखेबाजों ने कई बार विराट कोहली के इंटरव्यू की स्टाइल में वीडियो बनाकर दाया किया कि वे क्रिप्टो किंग इंडिया नाम की स्कीम से रोज लाखों कमा रहे हैं। ये पूरी तरह से एआई जनरेटेड वीडियो होते हैं। कोविड काल के चाद से फर्जी वेवसाइटें सोनू सूद फाउंडेशन के नाम पर राहत फंड, हेल्थ कार्ड, छात्रवृत्ति के नाम पर 1,000-5,000 जमा कराने की कोशिश करती हैं। सोनू सूद ने स्वयं ट्वीट करके कई बार चेतावनी दी है कि यह सब ठगी है। विनोद / 14 दिसम्बर 25