गुना (ईएमएस)| दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में बढ़ते प्रदूषण के बीच गुना प्रशासन ने शहर की आबोहवा को और अधिक शुद्ध बनाने के लिए मिशन 50 पर काम शुरू कर दिया है। कलेक्टर किशोर कन्याल के अनुसार, वर्तमान में गुना का एयर क्वालिटी इंडेक्स 70 के करीब है। हालांकि यह बड़ेे महानगरों दिल्ली, मुंबई जहां एक्यूआई 500 तक पहुंच जाता है की तुलना में काफी बेहतर है, लेकिन प्रशासन का लक्ष्य इसे नॉर्मल यानी 50 के स्तर तक लाना है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए नगर पालिका ने सडक़ों पर जमी धूल को हटाने का विशेष रात्रिकालीन अभियान शुरू किया है। रात 9 बजे शुरू हुआ सफाई का महाअभियान प्रभारी सीएमओ मंजुषा खत्री की पहल पर बुधवार रात 9 बजे से शहर के मुख्य मार्ग ए.बी. रोड पर सफाई अभियान चलाया गया। नगर पालिका अध्यक्ष सविता अरविंद गुप्ता, उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सोनी और सभी पार्षदों के समन्वय से जज्जी बस स्टैंड से लेकर हनुमान चौराहे तक डिवाइडरों के किनारे जमी धूल को साफ किया गया। इस दौरान स्वच्छता विभाग के सभी 5 जोन प्रभारी और मेटों की टीम ने पूरी मुस्तैदी से कार्य किया। डस्ट पार्टिकल्स कम करने पर फोकस सफाई के दौरान उड़ती धूल से नागरिकों को परेशानी न हो, इसके लिए विशेष सावधानी बरती गई। सडक़ों के किनारों से निकाली गई धूल को तत्काल ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरकर शहर से बाहर भिजवाया गया। सीएमओ मंजुषा खत्री ने बताया कि हवा में मौजूद धूल के कण (डस्ट पार्टिकल्स) वायु प्रदूषण का मुख्य कारण हैं, जिससे सांस संबंधी समस्याएं होने का खतरा रहता है। शहर को धूल मुक्त बनाने के लिए यह रात्रिकालीन अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा। कलेक्टर की मंशा, प्रदूषण मुक्त हो अपना गुना कलेक्टर किशोर कन्याल ने स्पष्ट किया कि यद्यपि गुना की स्थिति अभी चिंताजनक नहीं है, फिर भी भविष्य की सुरक्षा के लिए एहतियाती कदम उठाना अनिवार्य है। 50 के एक्यूआई लेवल को प्राप्त करने के लिए सडक़ों की सफाई के साथ-साथ वृक्षारोपण और निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण के उपायों पर भी जोर दिया जा रहा है। नगर पालिका की इस सक्रियता से शहरवासियों को जल्द ही प्रदूषण रहित और स्वच्छ वातावरण मिलने की उम्मीद है।- सीताराम नाटानी