-जलगांव में हुआ था जन्म, टेबल टेनिस की थी शानदार खिलाड़ी, ब्यूटी क्वीन भी बनीं नई दिल्ली,(ईएमएस)। देश के पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल शुक्रवार को अपना 91वां जन्मदिन मना रही हैं। प्रतिभा पाटिल शुरूआत से ही समाजसेवा कार्य से जुड़ी रहीं। राजनीति में आने से पहले वह समाजसेवा किया करती थीं। उन्होंने 27 साल की उम्र में राजनीति में कदम रखा था। कॉलेज टाइम में टेबल टेनिस की शानदार खिलाड़ी रह चुकी प्रतिभा देवीसिंह पाटिल जब देश के सर्वोच्च पद पर आसीन हुईं, तो वह हर महिला के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गईं। बता दें महाराष्ट्र के जलगांव जिले में 19 दिसंबर 1934 को प्रतिभा पाटिल का जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम नारायण राव था, जो एक राजनेता थे। प्रतिभा पाटिल ने अपनी शुरूआती शिक्षा जलगांव से पूरी की। फिर उन्होंने मूलजी जैठा कॉलेज से ग्रेजुएशन किया और उसके बाद मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से वकालत की पढ़ाई पूरी की। प्रतिभा पाटिल को टेबल टेनिस खेलना पसंद था। वह टेबल टेनिस की शानदार प्लेयर रही हैं और वह कॉलेज टाइम पर काफी ज्यादा खूबसूरत थीं। इसलिए उनको कॉलेज क्वीन का खिताब भी मिला था। साल 1965 में प्रोफेसर देवीसिंह रणसिंह शेखावत से उनकी शादी हो गई। प्रतिभा पाटिल को समाजसेवा करना अच्छा लगता था। राजनीति में आने से पहले वह समाज सेवा का कार्य किया करती थीं। उन्होंने महिलाओं के लिए कई सुधारवादी काम किए। जब वह 27 साल की थीं, तो उन्होंने राजनीति में एंट्री ली। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र के जलगांव से विधानसभा का चुनाव लड़ा। प्रतिभा पाटिल लगातार चार बार कांग्रेस के टिकट पर मुक्ति नगर से चुनाव जीतीं। उनका राजनीति में लगातार कद बढ़ता गया। साल 1967-72 के बीच वह महाराष्ट्र सरकार में उपमंत्री और साल 1972 से 1974 तक समाज कल्याण मंत्री के रूप में काम किया। प्रतिभा पाटिल ने अपने विरोधी भैरोसिंह शेखावत को करीब तीन लाख वोटों से करारी शिकस्त दी। वहीं 25 जुलाई 2007 को प्रतिभा देवीसिंह पाटिल देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं। इससे पहले वह साल 1986 से 1988 तक राज्यसभा उपसभापति रहीं। 1991 में उन्होंने अमरावती लोकसभा सीट से जीत हासिल की। इसके बाद साल 2004 से 2007 तक उन्होंने राजस्थान की राज्यपाल के तौर पर काम किया। वहीं साल 2007 में यूपीए ने प्रतिभा देवी सिंह पाटिल को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया था। सिराज/ईएमएस 19दिसंबर25