-आरजेडी और कांग्रेस ने इसे खुला कुबूलनामा करार दिया पटना,(ईएमएस)। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद जहां विपक्ष चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठा रहा है, वहीं केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक जीतनराम मांझी का एक वीडियो सामने आने से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। वायरल वीडियो में मांझी कथित तौर पर यह कहते नजर आ रहे हैं कि ...विधानसभा चुनाव में एक प्रत्याशी हार रहा था, लेकिन जिलाधिकारी (डीएम) से बात कर उसे जिता दिया गया। केंद्रीय मंत्री मांझी के इस बयान के वायरल होने के बाद विपक्ष ने चुनावी व्यवस्था और प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए शासन-प्रशासन पर निशाना साधा है। वायरल वीडियो फुटेज गया जिले के बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक सम्मान समारोह का बताया जा रहा है, जहां मांझी ने मगही भाषा में संबोधन के दौरान यह बात कही। वीडियो में वह तत्कालीन गया डीएम अभिषेक सिंह का नाम लेते हुए कहते सुनाई दे रहे हैं कि प्रत्याशी करीब 2700 वोट से पीछे था, लेकिन बात करने के बाद जीत गया। अभिषेक सिंह 2006 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं और 2023 में उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय मंत्री मांझी ने अपने बयान में यह भी कहा, कि 2025 के चुनाव में वही प्रत्याशी करीब 1600 वोट से हार गया, लेकिन इस बार उनसे कोई संपर्क नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि अगर समय पर जानकारी दी जाती, तो शायद नतीजा अलग हो सकता था। बताया जा रहा है कि मांझी यह टिप्पणी टेकारी विधानसभा सीट से हम पार्टी के प्रत्याशी अनिल कुमार की हार को लेकर कर रहे थे। वीडियो सामने आने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस ने इसे चुनावी धांधली का खुला कबूलनामा करार दिया। आरजेडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो साझा करते हुए लिखा, कि सच अब सामने आ गया है और आरोप लगाया कि प्रशासनिक मशीनरी के सहारे चुनावी नतीजों में हेरफेर की गई। पार्टी ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने भी मांझी के बयान को गंभीर बताते हुए कहा कि जब नतीजे संपर्क से बदलते हों, तो लोकतंत्र और वोट की अहमियत पर सवाल उठना स्वाभाविक है। कांग्रेस ने इसे वोट चोरी का कबूलनामा बताया। मांझी ने दी सफाई हालांकि, बढ़ते विवाद के बीच जीतनराम मांझी ने सफाई देते हुए कहा है कि वायरल वीडियो से छेड़छाड़ की गई है और उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। उन्होंने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वे चुनावी प्रक्रिया में किसी तरह की गड़बड़ी के पक्ष में नहीं हैं। फिलहाल इस वायरल वीडियो ने बिहार की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है। हिदायत/ईएमएस 19दिसंबर25