- दलित महिला ने देवरी विधायक सागर कलेक्टर, जिला सीईओ, एसडीएम तक कर चुकी लिखित किसी ने नहीं दिया ध्यान पीड़ित महिला दर दर भटकने को मजबूर देवरी/सागर (ईएमएस)। मध्य प्रदेश की भाजपा मोहन यादव सरकार में एक नया गजब का ताजा मामला देखने मिला जिसमें नियुक्ति में प्रथम स्थान होने के बाद भी दो माह से नियुक्ति पत्र नहीं दिया जा रहा है नियुक्ति में फर्जीवाड़ा करने की तैयारी चल रही है यह ताज़ा मामला सागर जिले की देवरी विधानसभा के सहजपुर सेक्टर के ग्राम मेहन्दा मै आंगनवाड़ी सहायिका नियुक्तिभर्ती का है जहाँ पर नियुक्ति दौरान करीव 6 महिलाओ ने आवेदन किये थे जिसमे से सबसे ज्यादा अंक ग्राम की अनुसूचित जाति वर्ग की महिला संध्या मेहरा के होने पर उनको महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी केसली दुबारा नियुक्ति पत्र दिया जाना था मगर केसली विभाग की परियोजना अधिकारी व स्टाप के कर्मचारीयों की मिलीभगत से करीव 2माह होने के बाद भी अनुसूचित जाति महिला संध्या मेहरा को नियुक्ति पत्र नही दिया गया जबकी अन्य सभी ग्रामो मै नियुक्ति पत्र दिए जा चुके है सिर्फ ग्राम महंदा की महिला संध्यामेहरा की नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया इससे यह भी स्पष्ट हो रहा है कि इनके यहां सहायिका पद पर संध्या मेहरा की नियुक्ति होने के बाद भी उनको नियुक्ति पत्र नहीं दिया जाना मतलब नियुक्ति में फर्जीबाड़ा करने की कोशिश की जा रही है जवकी महिला संध्या मेहरा नियुक्ति पत्र लेने करीव 2माह से प्रति दिन महिला बाल विकास विभाग केसली की परियोजना अधिकारी अधिकारी ममता खटीक के यहां आए दिन चक्कर लगाकर परेशान हों रही है ओर परियोजना अधिकारी बहाने पर बहाने बनाकर दलित महिला को ऑफिस के चक्कर कटवाती जा रही है पीड़ित दलित महिला परेशान होकर क्षेत्रीय विधायक ब्रजबिहारी बिहारी पटेरिया के ऑफिस पर आवेदन देने पहुंची जहाँ उसको नियुक्ति पत्र दिलवाने का आश्वासन देकर शिकायत पत्र को केसली एस डी एम को जाँच कर नियुक्ति प्रदान करने का निर्देश दिया गया था मगर आज दिनांक दलित महिला को नियुक्ति नहीं मिलने पर पीड़ित महिला सागर कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ व केसली एस डी एम को भी लिखित शिकायत कर चुकी है फिर भी करीव 2माह होने के बाद पीड़ित दलित महिला संध्या मेहरा सहायिका पद पर नियुक्ति पत्र को लेकर दर दर परेशान होकर भटक रही है ओर उसकी सुनने बाला कोई जनप्रतिनिधि या अधिकारी नजर नहीं आ रहा है पीड़ित महिला के पति नीरज मेहरा का आरोप है की केसली की परियोजना अधिकारी 2माह से नियुक्ति पत्र नहीं दे रही है कभी जिला अधिकारी की बोल देती है कभी जाँच चल रही बोल देती है मुझे ऐसा लग रहा है कि परियोजना अधिकारी केसली किसी अन्य कम नंबर बाली महिला से सेटिंग कर फर्जी तरीके से उनको नियुक्तिपत्र देने कि सोच रही है ज़ब तो 2माह से मेरी पत्नि संध्या मेहरा को भटकाया जा रहा है अब देवरी विधायक ब्रजबिहारी पटेरिया व सागर कलेक्टर पर भरोसा ओर उम्मीद है शायद वह जल्द नियुक्ति पत्र दिलवा देंगे l जब इस संबंध में पत्रकारो ने दिन गुरुवार को महिला बाल विकास विभाग केसली मै अनुसूचित जाति वर्ग की पीड़ित महिला संध्या मेहरा को अपने छोटे से बच्चे ओर पति के साथ परेशान होते हुए अधिकारी से नियुक्ति पत्र की गुहार लगाते हुए देखा तो पत्रकारो दुबारा पीड़ित महिला से सभी जानकारी लेने के बाद महिला बाल विकास केसली की परियोजना अधिकारी से जानकारी लेने पहुंचे तो उनके द्वारा कहा गया कि इनका नाम लिस्ट मै सबसे ज्यादा अंक होने के कारण प्रथम था पर इनकी नियुक्ति पर ऊषा पलिया के द्वारा परिवार के दुबारा आपत्ति लगाकर उन लोगो ने तहसीलदार को आवेदन देकर इनका बीपीएल से नाम कटवा दिया है तो इनके अंक कम हों गए है वही पीड़ित महिला संध्या मेहरा का कहना है की मेरे परिवार के द्वारा भी ऊषा पलिया के बीपीएल पर भी आपत्ति लगाकर तहसीलदार को आवेदन देने के बाद जाँच मै ऊषा पलिया का भी बीपीएल से नाम कट चुका है इस संबंध में पटवारी मनीष लोधी का कहना है कि दोनों पक्षों के आवेदन पर जाँच हुई थी जिसमे दोनों पक्ष के बीपीएल से नाम भी कट चुके है ओर बीपीएल निरस्त भी हों चुके हैं l इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि संध्या मेहरा ही नियुक्ति की पात्र है इनको ही नियुक्ति पत्र शासन के नियुक्ति प्रक्रिया के अनुसार दिया जाना चाहिए इनका कहना है इनकी नियुक्ति पर आपत्ति लगी है इनका बीपीएल मै नाम कट गया है अभी जाँच जारी है इनसे भी आप अपील करवा दे इनका हो जाएगा l (भरत सींग ठाकुर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग सागर) अभी नियुक्ति पत्र नहीं दिया जा सकता है मेहन्दा ग्राम की सहायिका नियुक्ति मै अभी जिला स्तर पर जाँच चल रही है l (ममता खटीक परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास विभाग केसली ) महंदा ग्राम की संध्या मेहरा व उषा पलिया दोनों महिलाओ के परिवार के सदस्यों ने दोनों पक्ष ने एक दूसरे खिलाफ बी पी एल से नाम हटवाने शिकायत तहसीलदार सर को की थी जिसमे जाँच मै दोनों पक्ष के बी पी एल निरस्त कर दिए गए थेl (मनीष लोधी अतिरिक्त प्रभारी पटवारी सहजपुर) मेरे ग्राम मेहन्दा मै सहायिका पद के लिए 6 महिलाओ ने आवेदन किया था जिसमे मेरे सबसे ज्यादा अंक थे जिसके कारण मुझे नियुक्ति पत्र दिया जाना था मगर करीव 4माह से महिला बाल विकास विभाग केसली के चक्कर काट रही हूँ नियुक्ति पत्र नही दिया जा रहा है मेने इसकी शिकायत विधायक व कलेक्टर जिला सीईओ एसडीएम तक की मगर कुछ कार्यवाही नहीं हुई (संध्या मेहरा पात्र पीड़ित महिला ग्राम मेहन्दा ) निखिल सोधिया/ईएमएस/19/12/2025