19-Dec-2025
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:: महापौर पुष्यमित्र भार्गव के निर्देशन में पार्षदों ने किया विकास मॉडल का अध्ययन; बायोडायवर्सिटी पार्क के नवाचारों को देखा :: सूरत/इन्दौर (ईएमएस)। स्वच्छता के शिखर पर बने रहने और शहर के विकास में नए आयाम जोड़ने के उद्देश्य से इंदौर नगर निगम के पार्षद दल ने गुजरात के सूरत शहर का अध्ययन दौरा किया। महापौर पुष्यमित्र भार्गव के निर्देशन में पहुँचे इस दल ने सूरत में स्वच्छता, जल प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में हो रहे ऐतिहासिक कार्यों का बारीकी से अवलोकन किया। पार्षद दल ने सूरत के 125 एमएलडी क्षमता वाले एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) का निरीक्षण किया। यहाँ सबसे खास बात यह रही कि ट्रीटेड पानी को आरओ (RO) लेवल तक शुद्ध कर औद्योगिक इकाइयों को बेचा जा रहा है। इस नवाचार से सूरत नगर निगम को प्रतिवर्ष लगभग 140 करोड़ रुपये की आय हो रही है। इंदौर के पार्षदों ने इस वेस्ट टू वेल्थ मॉडल में गहरी रुचि दिखाई ताकि इंदौर में भी जल पुनर्चक्रण के जरिए राजस्व बढ़ाया जा सके। दल ने सूरत में 60 हेक्टेयर में विकसित किए गए विशाल बायोडायवर्सिटी पार्क का भी दौरा किया। पार्षदों ने देखा कि कैसे शहरी वातावरण में पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए बड़े स्तर पर पौधारोपण और संरक्षण किया गया है। भ्रमण के दौरान पार्षद दल ने सूरत के महापौर देवेश मेवानी और निगमायुक्त शालिनी अग्रवाल से सौजन्य भेंट की और दोनों शहरों के विकास कार्यों पर चर्चा की। :: इंदौर में लागू होंगे बेहतर नवाचार :: पार्षद दल ने इन मॉडलों से प्रेरणा लेकर इंदौर में स्वच्छता, पर्यावरण और सतत विकास को और अधिक सुदृढ़ करने का संकल्प लिया। पार्षदों का मानना है कि सूरत के जल प्रबंधन और ग्रीनरी मॉडल को इंदौर की परिस्थितियों के अनुसार अपनाने से शहर को और अधिक स्मार्ट बनाया जा सकेगा। प्रकाश/19 दिसम्बर 2025