इस्लामाबाद,(ईएमएस)। बलूचिस्तान में गहराता असंतोष और विद्रोह अब एक गंभीर संकट का रूप ले चुका है। दशकों से जारी दमनकारी नीतियों के जवाब में बलूच विद्रोहियों ने एक बार फिर पाकिस्तान के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है। ताजा घटनाक्रम में, विद्रोहियों ने मुख्य रेलवे लाइन पर दो भीषण बम धमाके किए, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। विद्रोहियों के निशाने पर एक बार फिर जाफर एक्सप्रेस और कराची जाने वाली बोलन एक्सप्रेस थी। स्थानीय सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, मुश्काफ में हुए धमाके ने लगभग तीन मीटर रेलवे ट्रैक को नष्ट कर दिया है, जबकि मस्तुंग जिले के दाश्त इलाके में हुए दूसरे हमले में मुख्य लाइन को गंभीर नुकसान पहुंचा है। ट्रैक बाधित होने से सैकड़ों यात्री बीच रास्ते में फंस गए हैं। हालांकि मरम्मत और सुरक्षा दल मौके पर तैनात हैं, लेकिन बार-बार होने वाले इन हमलों ने यात्रियों के मन में भय पैदा कर दिया है। ये धमाके मुश्काफ और दाश्त जैसे संवेदनशील इलाकों में हुए। गनीमत यह रही कि दोनों ट्रेनें इन विस्फोटों की सीधी चपेट में आने से बाल-बाल बच गईं, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। हालांकि, धमाकों की तीव्रता इतनी अधिक थी कि रेलवे ट्रैक का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस क्षति के कारण बलूचिस्तान का पाकिस्तान के अन्य तीन प्रांतों से रेल संपर्क पूरी तरह टूट गया है और यातायात ठप्प पड़ा है। गौरतलब है कि जाफर एक्सप्रेस लंबे समय से उग्रवादियों के निशाने पर रही है। मार्च 2025 में भी इसी ट्रेन को बोलन दर्रे में हाईजैक कर 400 यात्रियों को बंधक बना लिया गया था, जिसे छुड़ाने के लिए सेना को बड़ा अभियान चलाना पड़ा था। उस खूनी संघर्ष में कई लोगों की जान गई थी। पिछले दो महीनों में जाफर एक्सप्रेस के मार्ग पर यह दूसरी बड़ी घटना है। ये हमले केवल कानून-व्यवस्था की समस्या नहीं हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। वर्तमान सरकार जिस तरह से इस क्षेत्र को विदेशी निवेश (विशेषकर अमेरिका और चीन) के लिए सुरक्षित बताकर पेश कर रही है, ये धमाके उन दावों को सिरे से खारिज करते हैं। नागरिक सुरक्षा की विफलता और लगातार होते हमले यह दर्शाते हैं कि बलूचिस्तान का मुद्दा केवल बल प्रयोग से हल नहीं होने वाला। वीरेंद्र/ईएमएस/21दिसंबर2025 ------------------------------------