क्षेत्रीय
21-Dec-2025


बैतूल (ईएमएस)। बैतूल एक जनजातीय बहुल जिला है, जिसकी जनसंख्या लगभग 18 लाख है। जिले में 10 विकासखण्ड हैं, जिनमें से 7 आदिवासी विकासखण्ड हैं। वर्तमान में जिले में 1 जिला अस्पताल, 1 सिविल अस्पताल तथा 10 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से आमजन को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। ऐसे में जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोजगार के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि सिद्ध होगी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के दूरदर्शी नेतृत्व एवं जनकल्याणकारी सोच के परिणामस्वरूप बैतूल जिले को मेडिकल कॉलेज की महत्वपूर्ण सौगात प्राप्त हो रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा प्रदेश के जनजातीय एवं दूरस्थ अंचलों में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही केंद्रीय जनजातीय राज्यमंत्री दुर्गादास उईके, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल, बैतूल जिले के विधायक एवं भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल सहित जिले के सभी विधायकगण द्वारा मेडिकल कॉलेज की स्थापना हेतु लगातार किए गए समन्वित प्रयास, मांग एवं सकारात्मक पहल का भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जनप्रतिनिधियों द्वारा शासन स्तर पर जिले की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किए जाने के परिणामस्वरूप यह महत्वपूर्ण परियोजना साकार हो सकी है। मेडिकल कॉलेज खुलने से जिले में तृतीयक स्तर की स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध हो सकेंगी। इससे गंभीर एवं जटिल बीमारियों के उपचार हेतु मरीजों को बड़े शहरों में रेफर नहीं किया जाएगा। स्थानीय स्तर पर ही सस्ती, सुलभ एवं गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध होंगी, जिससे मरीजों एवं उनके परिजनों का समय तथा आर्थिक बोझ दोनों कम होगा। मेडिकल कॉलेज के माध्यम से जिले में विषय विशेषज्ञ डॉक्टरों, प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ एवं पैरामेडिकल कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। अत्याधुनिक जांच एवं उपचार सुविधाएँ जैसे सीटी स्कैन, एमआरआई, लीनियर एक्सीलेरेटर आदि उपलब्ध होने से जटिल ऑपरेशन एवं गंभीर रोगों का उपचार स्थानीय स्तर पर संभव हो सकेगा। जिला अस्पताल का उन्नयन होकर वह मेडिकल कॉलेज से संबद्ध होगा, जिससे बढ़ती मरीज संख्या के बावजूद बेहतर उपचार मिल सकेगा। इसके साथ ही रेफरल के दौरान होने वाली ट्रांसपोर्ट डेथ की घटनाओं में भी उल्लेखनीय कमी आएगी। मेडिकल कॉलेज की स्थापना से जिले को आर्थिक एवं सामाजिक लाभ भी प्राप्त होंगे। डॉक्टर, नर्स, तकनीशियन, पैरामेडिकल स्टाफ एवं अन्य सहायक कर्मचारियों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। कॉलेज के आसपास रियल एस्टेट, आवास, होटल, भोजनालय एवं छोटे व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था सशक्त होगी। साथ ही यह संस्थान चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान का प्रमुख केंद्र बनेगा, जिससे जिले के विद्यार्थियों को अपने ही क्षेत्र में मेडिकल शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच एवं गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार होगा। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों एवं गरीब वर्ग को नि:शुल्क उपचार की सुविधा मिलेगी। मरीजों को इलाज के लिए दूर शहरों में नहीं जाना पड़ेगा, जिससे समय एवं धन दोनों की बचत होगी। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, कुपोषण, एनीमिया, टीबी, मलेरिया, सिकल सेल रोग, कैंसर, हृदय, किडनी एवं लीवर जैसे गंभीर रोगों के निदान एवं उपचार में मेडिकल कॉलेज की अहम भूमिका रहेगी। मेडिकल कॉलेज शासन की प्रमुख स्वास्थ्य योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन का भी एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा। आयुष्मान भारत, जननी सुरक्षा योजना, प्रसूति सहायता योजना, टीबी एवं कैंसर उपचार, कृत्रिम अंग एवं दिव्यांगता सहायता जैसी योजनाओं के माध्यम से जिले के नागरिकों को प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होगा। कुल मिलाकर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व तथा बैतूल विधायक श्री खंडेलवाल सहित जिले के सभी विधायकगण के सतत प्रयासों से मेडिकल कॉलेज की स्थापना बैतूल जिले को स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगी और आदिवासी अंचल के नागरिकों को बेहतर, सुलभ एवं आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने की दिशा में यह एक ऐतिहासिक एवं निर्णायक कदम सिद्ध होगा। ईएमएस / 21 दिसम्बर 2025