- शराब ठेकेदार ने लगाये पुलिस पर गलत कार्यवाही के आरोप - पुलिस कमिश्नर और आबकारी आयुक्त से की शिकायत भोपाल(ईएमएस)। राजधानी भोपाल के अशोका गार्डन थाना इलाके में शुक्रवार (19 दिसंबर) रात क्राइम ब्रांच द्वारा अवैध शराब को लेकर की गई कार्रवाई अब विवादों में घिरती नजर आ रही है। टीम ने एक कार से 19 पेटी शराब जब्त की थी, इसके बाद शराब से भरा गोदाम सील किया, इस कार्रवाई को लेकर शराब ठेकेदार ने पुलिस कार्वाही पर सवाल उठाते हुए पुलिस कमिश्नर और सहायक आबकारी आयुक्त से लिखित शिकायत कर कार्रवाई को गलत बताते हुए जांच की मांग की है। - यह थी क्राइम ब्रांच की कार्यवाही जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी, कि अशोका गार्डन क्षेत्र में एकतापुरी मैदान के पास काले रंग की कार से अवैध रूप से शराब की तस्करी की जा रही है। सूचना मिलने पर टीम ने सेमरा, अशोका गार्डन इलाके में घेराबंदी की। यहां महिंद्रा एक्सयूवी-300 कार संदिग्ध हालत में खड़ी मिली। तलाशी के दौरान कार से 19 पेटियों में भरी अंग्रेजी शराब और बियर बरामद की गई। आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि शराब पास के एक गोदाम से लाई गई थी। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने एकतापुरी मैदान, सेमरा स्थित गोदाम पर दबिश दी। जांच में गोदाम के भीतर कुल 888 पेटियां शराब रखी मिलीं, जिनकी कीमत करीब 60 लाख रुपए आंकी गई है। मौके पर गोदाम को सील कर दिया गया। - गोदाम पूरी तहर से वैध, लायसेंस भी मौजूद-ठेकेदार शराब ठेकेदार मनोज आसुदानी ने इस पूरी कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है, कि गोदाम पूरी तरह वैध है, और उसके संचालन के लिए सभी जरूरी लाइसेंस और परमिट पहले से मौजूद हैं। ठेकेदार के अनुसार, गोदाम से दुकान तक शराब पहुंचाने के लिए वाहन गोदाम परिसर में खड़ा रहता है। आरोप है, कि रात के समय कुछ पुलिसकर्मी जबरन गोदाम में घुसे और वहां खड़ी गाड़ी में खुद शराब की पेटियां रखकर उसे ले गए। ठेकेदार का यह भी कहना है कि इस दौरान ड्राइवर, चौकीदार और गोदाम इंचार्ज को भी पुलिस अपने साथ ले गई। उन्होंने गाड़ी छोड़े जाने, गोदाम की सील हटाने और कथित तौर पर जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। - जॉच के दौरान गोडाउन में नहीं मिले जरुरी दस्तावेज वहीं क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के अनुसार गोदाम अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। रात के समय शराब की सप्लाई की जाती थी। गोदाम की जांच में न तो कोई साइन बोर्ड मिला और न ही स्टॉक रजिस्टर या अन्य वैध दस्तावेज। पूछताछ में शंकराचार्य नगर, बजरिया निवासी गजेंद्र रावत ने अवैध रूप से शराब का भंडारण और सप्लाई करने की बात स्वीकार की है। क्राइम ब्रांच ने कार में पकड़े गए राजेश मीणा और रामा अहिरवार सहित तीनों आरोपियों को आबकारी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। मामले की सूचना आबकारी विभाग को भी दी गई है और परमिट व भौतिक सत्यापन रिपोर्ट मांगी गई है। जुनेद / 21 दिसंबर