राज्य
22-Dec-2025


- परिवहन की अवैध कमाई: चेक पोस्ट बंद तो चेक पॉइंट से वसूली भोपाल (ईएमएस)। परिवहन विभाग ने अवैध कमाई की शिकायतों के बाद चेक पोस्ट बंद कर और उनकी जगह चेक पॉइंट शुरू कर दिया है। लेकिन बस इनके नाम ही बदले हैं, अवैध कमाई जोरों पर है। परिवहन विभाग के कर्मचारी और आरटीओ के निजी दलाल चेकिंग के नाम पर ट्रकों से अवैध वसूली कर रहे हैं। चालान का डर दिखाकर एक ट्रक से 500 रु. से 1000 रुपए तक वसूले जा रहे हैं। इस तथ्य पर गत दिनों उस समय मुहर लग गई जब आरटीओ के एक प्राइवेट दलाल को ड्राइवर ट्रक पर 5 किमी तक लटकाए रखा। दरअसल, सरकार ने भले ही चेक पोस्ट बंद कर चेक पॉइंट शुरू कर दिया है, लेकिन अवैध वसूली निरंतर जारी है। किसी चेक पॉइंट पर एक कर्मचारी ट्रक रोकता है, दूसरा परेशान करके रुपए मांगता है और तीसरा वसूली करता है। नियमित गाडिय़ों के हर फेरे के 500 से 1000 रु. लिए जाते हैं। अन्य राज्यों की गाड़ी से वसूली 3 हजार तक होती है। पॉइंट पर मंथली प्लान भी है। हनुमना आरटीओ चेक पोस्ट से रीवा के बीच ट्रक चालक सुमित पटेल ने जिस तरह आरटीओ के एक प्राइवेट दलाल को ट्रक पर 5 किमी तक लटकाए रखा उससे चेक पॉइंट पर अवैध वसूली की पोल खुल गई है। ऐसे सवाल के जवाब में न सिर्फ ट्रांसपोर्ट एसोसिशन, बल्कि व्यापारी भी एक सुर में कहते हैं कि ये कोई एक पांच सौ हजार रुपए की बात नहीं। हजारों ट्रक चलते हैं। निजी दलाल फिर सक्रिय ट्रांसपोर्ट एसोसिशन का कहना है कि मोहन सरकार से पहले जिस तरह चेक पोस्ट पर निजी आदमी वसूली करते थे, वह फिर शुरू हो गए हैं। कई नए सौरभ शर्मा पैदा हो गए हैं। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस नई दिल्ली मैनेजिंग कमेटी के मेंबर के सीएल मुकाती कहते हैं कि सरकार ने अवैध वसूली रोकने के लिए मप्र सीमा पर बने सभी चेक पोस्ट एक जुलाई 2024 से बंद कर दिए थे। इसमें से सभी 100 फीसदी परिवहन विभाग और उनके गुंड़ों के जरिए दोबारा ऑपरेट हो रहे हैं। स्थिति ये है कि रोजाना मप्र के अलग-अलग लोकेशन से लाखों की वसूली की जा रही है। रोज जबरन गाडिय़ों को रोका जा रहा है। गत दिनों हनुमना आरटीओ चेक पोस्ट से रीवा के बीच फोटो में दिखाई दे रहे आरोपी ट्रक चालक सुमित पटेल ने बताया कि दलाल लगातार पैसे देने का दबाव बना रहा था। जब मना किया, तो दलाल जबरन ट्रक पर चढ़ गया। इसके बाद उसने ट्रक को आगे बढ़ा दिया। दलाल करीब 5 किलोमीटर तक ट्रक के गेट पर लटका रहा। वह बार-बार पैर छूकर माफी मांगता रहा। छोड़ देने की गुहार लगाता रहा। वीडियो शनिवार दोपहर का है, जो रविवार सुबह सामने आया। सवाल ये कि ऐसा क्यों? और कितना जायज? 40 से ज्यादा चेक पॉइंट लूट पॉइंट बने आरोप है कि एमपी के 40 से ज्यादा चेक पॉइंट अब लूट पॉइंट बन चुके हैं। पूछताछ करने पर कहा जाता है कि चलना है तो देना पड़ेगा। सबसे ज्यादा परेशानी भिंड-मुरैना, रीवा, बैतूल से सटे इलाकों में होती है। बिना लेन-देन किए गाडिय़ों को जाने ही नहीं दिया जाता है। अब तो ऐसी स्थिति हो गई है कि बिना वर्दी में गुड़ें वसूली कर रहे हैं। नहीं देने पर मारपीट की जाती है। जबरन चालाना काट दिए जाते हैं। मुकाती का आरोप है कि वसूली के पैसे नहीं देने पर ट्रक ड्राइवर ने यदि चप्पल नहीं पहनी है, ड्रेस में नहीं है, नंबर प्लेट के नंबर छोटे-बड़े हैं? इन बातों को लेकर भी एक-एक गाड़ी के कई बार चालान बनाए जा रहे हैं। उनका दावा है कि पहले की ही तरह अब नए सिरे से यहां पर करीब 50 से 60 करोड़ रुपए की हर महीने वसूली हो रही है, जिसे आगे बढ़ाने का भी टार्गेट दिया गया है। विनोद / 22 दिसम्बर 25