राष्ट्रीय
22-Dec-2025


गुरुग्राम,(ईएमएस)। हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन हुई घटना राज्य की राजनीति में बढ़ते टकराव को दिखाती है। विधायक शक्ति रानी शर्मा द्वारा इंदुराज नरवाल के खिलाफ पेश किया गया विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव अब चर्चा का केंद्र बन गया है। भाजपा विधायक शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस विधायक नरवाल ने 19 दिसंबर को उनके परिवार के खिलाफ सदन में आपत्तिजनक प्रश्न उठाए थे, जिससे उनके विशेषाधिकारों का हनन हुआ। सत्तापक्ष के विधायकों के समर्थन के बाद विधानसभा अध्यक्ष हरविंदर कल्याण ने प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। अब यह मामला विशेषाधिकार समिति के पास जाएगा। वहीं सदन में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस ने इसका कड़ा विरोध कर अंततः सदन से वॉकआउट कर दिया। वहीं आईएनएलडी के अर्जुन चौटाला ने इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए समर्थन व्यक्त किया। इससे पहले कांग्रेस द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव भी गिर गया, जिसमें कानून व्यवस्था और एमएसपी जैसे मुद्दों को आधार बनाया गया था। इस बीच, पूर्व मंत्री विनोद शर्मा प्रस्ताव के दौरान दर्शक दीर्घा में उपस्थित रहे। प्रस्ताव का विरोध करते हुए, कांग्रेस पार्टी ने अपनी नाराजगी जातकर सदन से वॉकआउट किया। सर्वसम्मति से पारित विशेषाधिकार प्रस्ताव अब विशेषाधिकार समिति को भेजा जाएगा। कांग्रेस के वॉकआउट और प्रस्ताव की विफलता ने सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों के बीच तीखी राजनीतिक बहस छेड़ दी। हरियाणा के मंत्री कृष्ण कुमार बेदी और अरविंद शर्मा ने कांग्रेस की इस हरकत की कड़ी आलोचना करते हुए इसे तुच्छ हथकंडा बताया और समय बर्बाद करने का आरोप लगाया। बेदी ने कहा कि इस तरह की कार्रवाइयां राज्य को नुकसान पहुंचाती हैं, जबकि शर्मा ने दावा किया कि कांग्रेस में गंभीरता की कमी थी और उसने अपनी इज्जत बचाने के लिए वॉकआउट किया। आशीष दुबे / 22 दिसंबर 2025