राष्ट्रीय
23-Dec-2025
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-11.14 लाख से ज्यादा संदिग्ध सिम कार्ड बंद किए गए -2.96 लाख आईएमईआई नंबरों को ब्लॉक -32 लाख से ज्यादा म्यूल बैंक खाते बंद किए नई दिल्ली (ईएमएस)। केंद्रीय गृह मंत्रालय की साइबर विंग (आई4सी) ने अक्टूबर 2025 तक देशभर में साइबर ठगी को रोकने के लिए बड़ा अभियान चलाया। इतना ही नहीं जांच एजेंसियों ने 23 लाख शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई कर लोगों के करीब 7130 करोड़ रुपये धोखाधड़ी का शिकार होने से बचाए हैं। साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए 31 अक्टूबर तक 11.14 लाख से ज्यादा संदिग्ध सिम कार्ड और 2.96 लाख आईएमईआई (आईएमईआई) नंबरों को ब्लॉक किया गया। अपराधियों के वित्तीय नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए 32 लाख से ज्यादा म्यूल बैंक खाते बंद किए गए हैं। सरकारी तंत्र की सक्रियता से डिजिटल अरेस्ट जैसे गंभीर अपराधों में पिछले एक साल में भारी कमी आई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की आई4सी विंग के मुताबिक, साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई अभूतपूर्व रही है। ठगों द्वारा इस्तेमाल होने वाले तकनीकी संसाधनों को पूरी तरह खत्म करने पर जोर दिया गया है। 31 अक्टूबर 2025 तक की गई कार्रवाई में फर्जी दस्तावेजों पर आधारित सिम कार्ड्स को ब्लाक किया गया। इसके साथ ही ठगी में इस्तेमाल होने वाले मोबाइल हैंडसेट्स के आईएमईआई नंबर भी ब्लैकलिस्ट किए गए है। 32 लाख से ज्यादा म्यूल अकाउंट्स बंद होने से अपराधियों के लिए पैसों को ठिकाने लगाना अब दिक्कत भरा है। सरकारी आंकड़ों में डिजिटल अरेस्ट के द्वारा होने वाली ठगी में जबरदस्त सुधार हुआ है। अक्टूबर 2024 में जहां डिजिटल अरेस्ट के 12,836 मामले सामने आए थे, वहीं अक्टूबर 2025 में यह संख्या घटकर महज 2,653 रह गई है। ठगी गई रकम में भी भारी कमी आई है। पिछले साल ठगों ने इस तरीके से 184 करोड़ की चपत लगाई थी, जो अब घटकर सिर्फ 78 करोड़ रह गई है। आशीष दुबे / 23 दिसंबर 2025