लंदन (ईएमएस)। कई एयर होस्टेस और पूर्व क्रू मेंबर्स ने दावा किया है कि विमान में सर्व की जाने वाली चाय-कॉफी के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला पानी पूरी तरह सुरक्षित नहीं होता। इसकी वजह प्लेन में लगे पानी के स्टोरेज टैंक बताए जा रहे हैं, जिनकी सफाई बहुत कम होती है और जिनमें बैक्टीरिया पनपने का खतरा बना रहता है। सोशल मीडिया पर कई एयर होस्टेस और पूर्व क्रू मेंबर्स यह खुलास किया है। कई अध्ययनों में विमान के पानी में कोलीफॉर्म बैक्टीरिया और यहां तक कि ई.कोलाई जैसे खतरनाक कीटाणु पाए जाने की बात सामने आ चुकी है। यह मुद्दा नया नहीं है। अमेरिका की एनवायरनमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी (ईपीए) की 2004 और उसके बाद की स्टडीज में भी कई विमानों के पानी के सैंपल्स में बैक्टीरिया मिलने की पुष्टि हुई थी। 2019 की एक रिपोर्ट में भी कई एयरलाइंस के पानी की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए थे। नियमों के मुताबिक, एयरलाइंस को विमान के पानी के टैंक साल में चार बार साफ करने और उनकी टेस्टिंग कराने की जरूरत होती है। लेकिन कई एयर होस्टेस का दावा है कि ये टैंक या तो कभी साफ नहीं होते या बहुत कम साफ किए जाते हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कई क्रू मेंबर्स कहते नजर आए कि वे खुद प्लेन की चाय-कॉफी नहीं पीते, क्योंकि उन्हें पानी की हकीकत पता होती है। विमान के पानी के टैंक एयरपोर्ट पर भरे जाते हैं। इस दौरान पुरानी पाइपलाइन या गंदी होज के जरिए बैक्टीरिया पानी में पहुंच सकते हैं। लंबे समय तक इस्तेमाल होने वाले टैंकों में बायोफिल्म बन जाती है, जो बैक्टीरिया को सुरक्षित रखती है। खासतौर पर लंबी उड़ानों में पानी की गुणवत्ता और भी खराब हो सकती है। चाय-कॉफी बनाने के लिए पानी को गर्म किया जाता है, जिससे कुछ बैक्टीरिया जरूर मर जाते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार 175 डिग्री फारेनहाइट पर ज्यादातर कीटाणु खत्म हो जाते हैं और विमान में पानी करीब 195 डिग्री तक गर्म किया जाता है। हालांकि, ऊंचाई पर पानी का बॉयलिंग पॉइंट कम हो जाता है, जिससे सभी कीटाणु पूरी तरह नष्ट नहीं हो पाते। कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग, बच्चे और बुजुर्गों के लिए इसका जोखिम ज्यादा माना जाता है। वहीं, इस पर कई एयरलाइंस जैसे डेल्टा और यूनाइटेड का कहना है कि वे तय नियमों से भी ज्यादा साफ-सफाई करती हैं। एयरलाइंस का दावा है कि ओजोनेशन जैसी आधुनिक तकनीकों से बैक्टीरिया को खत्म किया जाता है और नियमित टेस्टिंग होती है। अब तक विमान की चाय-कॉफी से किसी बड़े संक्रमण का मामला सामने नहीं आया है। सुदामा/ईएमएस 25 दिसंबर 2025