क्षेत्रीय
25-Dec-2025


ग्वालियर ( ईएमएस ) | जीवाजी विश्वविद्यालय में खेल और भारतीय संस्कृति के आपसी संबंधों को रेखांकित करने के उद्देश्य से 17 एवं 18 जनवरी को दो दिवसीय राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी खेल सृष्टि में भारतीय दृष्टि का आयोजन किया जा रहा है। इस संगोष्ठी का संयुक्त आयोजन शारीरिक शिक्षा विभाग, जीवाजी विश्वविद्यालय एवं क्रीड़ा भारती मध्यप्रदेश द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के गालव सभागार में होगा। इस संगोष्ठी के मुख्य संरक्षक कुलगुरु, जीवाजी विश्वविद्यालय होंगे, जबकि अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा संरक्षक और कुलसचिव सह संरक्षक के रूप में मार्गदर्शन करेंगे। आयोजन सचिव के रूप में शारीरिक शिक्षा विभाग के निदेशक प्रो. संजय कुलश्रेष्ठ की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। आयोजन समिति में प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर के खेल, शिक्षा और शारीरिक शिक्षा से जुड़े अनेक प्रतिष्ठित शिक्षाविद, विशेषज्ञ व क्रीड़ा भारती के पदाधिकारी शामिल हैं। संगोष्ठी का उद्देश्य भारत की प्राचीन खेल परंपराओं, योग, लोक खेलों, भारतीय नैतिक मूल्यों और दार्शनिक दृष्टिकोण का आधुनिक खेल परिप्रेक्ष्य में पुनरावलोकन करना है। साथ ही, खेल मनोविज्ञान, पोषण, प्रशिक्षण, ई-खेल, आधुनिक जिम प्रणाली और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में शारीरिक शिक्षा की भूमिका पर भी गहन विमर्श किया जाएगा। संगोष्ठी में प्राचीन भारत की खेल परंपराएं एवं आधुनिक संदर्भ, योग और खेल के माध्यम से शरीर-मन-आत्मा का संतुलन, भारतीय संस्कृति में क्रीड़ा का दार्शनिक आधार, ग्रामीण खेल परंपराएं और आत्मनिर्भर भारत, तथा वैश्वीकरण के युग में भारतीय खेल दृष्टि की प्रासंगिकता जैसे विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। देशभर से शिक्षाविद, शोधार्थी, खेल प्रशिक्षक एवं विद्यार्थी इस संगोष्ठी में भाग लेंगे। प्रस्तुत शोध पत्रों को आइएसबीएन प्रोसीडिंग्स के रूप में प्रकाशित किया जाएगा।